अबोहर, 17 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पंजाब के अबोहर में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के यूपी-बिहार के भइया वाले बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा–ये पंजाब में मेरी आखिरी रैली है। मैं जहां-जहां गया वहां से यही दिख रहा है कि पंजाब के लोगों ने ठान लिया है कि वो डबल इंजन की सरकार बनाने जा रहे हैं। मोदी का चन्नी से सवाल–संत रविदास का नाम भी मिटा दोगे….
मोदी ने रैली में कहा–कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया है। उस पर दिल्ली का उनका मालिक खड़े होकर तालियां बजा रहा था। अपने इन बयानों से ये लोग किसका अपमान कर रहे हैं। यहां का कोई ऐसा गांव नहीं होगा, जहां हमारे उत्तर प्रदेश और बिहार के भाई-बहन मेहनत नहीं करते हों। कल ही हमने संत रविदास जी की जयंती मनाई है। मैं इन नेताओं से पूछना चाहता हूं कि संत रविदास जी कहां पैदा हुए थे? संत रविदास उत्तरप्रदेश के काशी में पैदा हुए थे। आप कहते हो उत्तरप्रदेश के भइयों को घुसने नहीं दोगे। तो क्या संत रविदास जी का भी नाम मिटा दोगे? क्या भाषा बोलते हो आप लोग।
मोदी ने पूछा–बिहार के भइयों को निकालकर करोगे गुरु गोविंद सिंह का अपमान?
अबोहर की रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बाहरी लोगों पर दिए गया बयान पर प्रश्न करते हुए कहा–मैं पूछना चाहता हूं कि गुरु गोबिंद सिंह का जन्म कहां हुआ था? पटना साहिब में हमारे गुरु महाराज गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म हुआ था, पटना में हुआ, बिहार में हुआ….और आप कहते हो कि बिहार के लोगों को घुसने नहीं दोगे। तो क्या आप गुरु गोबिंद सिंह जी का अपमान करोगे?’ मोदी ने प्रश्न भीड़ को संबोधि करते हुए दोबारा पूछा–आप गुरु गोबिंद सिंह जी का अपमान सहन करोगे क्या? जिस मिट्टी में गुरु गोबिंद सिंह ने जन्म लिया उस मिट्टी का अपमान करेंगे क्या? जिस मिट्टी में गुरु गोबिंद सिंह ने जन्म लेकर हमारी रक्षा की उस मिट्टी की संतानों को पंजाब में घुसने नहीं देंगे, इस भाषा का इस्तेमाल करेंगे क्या?’
जो रखते हैं ‘भारत राष्ट्र नहीं’ वाली सोच, उनके हाथ न सौंपे पंजाब
ज्ञातव्य है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक वक्तव्य में कहा था–भारत राष्ट्र नहीं। अबोहर में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा–इस तरह की विभाजनकारी सोच रखने वालों को एक पल के लिए भी पंजाब पर शासन का अधिकार नहीं है। पंजाब सीमावर्ती राज्य है, इस पर हमेशा नापाक नजरें गड़ी रहती हैं। इसलिए यहां जो सरकार बनेगी वो राष्ट्र-प्रथम वाली सरकार होनी चाहिए, ‘भारत राष्ट्र नहीं’ सोच वालों की नहीं। जो लोग भारत को एक राष्ट्र ही नहीं मानते, ऐसे लोगों के हाथ में हम पंजाब को नहीं सौप सकते हैं।
चन्नी ने कहा था–यूपी दे, बिहार दे भइयों को पंजाब में फटकने नहीं देना है
चरणजीत सिंह चन्नी के साथ रूपनगर की चुनावी रैली में प्रियंका गांधी भी पहुंची थीं। रैली के बाद वे मंच तक आईं। हाथों में माइक ले उत्साहित होते हुए बोलीं–समझदारी का इस्तेमाल करो। चुनाव का समय है। लंबी-लंबी बातें नहीं कहनी चाहिए, लेकिन पंजाब के लोगों, बहनों-भाइयों जो आपके सामने है, उसे ठीक से पहचानो। आपमें बहुत विवेक है। समझदारी है। उस समझदारी का इस्तेमाल करो। फिर बोलीं–पंजाब पंजाबियों का है। पंजाब को पंजाबी चलाएंगे। अपनी सरकार बनाओ। यहां कोई नई राजनीति नहीं मिलेगी। ये बाहर से जो आते हैं। आपके पंजाब में उन्हें सिखाइए पंजाबियत क्या है। पंजाब मेरी ससुराल है।
प्रियंका के इतना बोलते ही जोश में चन्नी जोरदार आवाज में बोले–प्रियंका पजाबियों की बहू हैं। यूपी दे, बिहार दे, दिल्ली दे भईए आके इते राज नई कर दे। यूपी दे भइयों को पंजाब में फटकने नहीं देना है। चन्नी के इतना कहते ही जो बोले सो निहाल के नारे लगने लगने लगे। प्रियंका मुस्कुराती रहा और खुद भी साथ में नारे लगाने लगीं।