नई दिल्ली, 06 सितंबर। ड्रोन की भूमिका के बारे में युवाओं को ज्यादा से ज्यादा जागरुक बनाने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया YouTube पर लाइव हुए। सिंधिया और उनकी टीम ने कमेंट-बॉक्स में आए सवालों के जवाब देते हुए उम्मीद जताई कि आने वाला समय ड्रोन के ज्यादा-से-ज्यादा उपयोग का होगा। सिंधिया ने उम्मीद जताई कि उनके मंत्रालय की PLI योजना से भारत में ड्रोन क्रांति का सूत्रपात होगा, और प्रधानमंत्री मोदी का विश्व में अग्रणी भूमिका निभाने का स्वप्न पूरा होगा।
लाइव चैट में सिंधिया ने बताया कि हाल ही में मणिपुर के दुर्गम इलाके में 15 मिनट में रेफ्रिजरेटेड वैक्सीनेशन पैक पहुंचाने के सफल अनुप्रयोग ने सिद्ध कर दिया है कि इस क्षेत्र में ड्रोन की क्या भूमिका होगी। ज्ञातव्य है कि मणिपुर के इस दुर्गम पहाड़ी स्थल तक निकटतम टीकाकरण केंद्र से पहुंचने में समान्य रूप से 1.5 घंटा लगता है। सिंधिया ने युवाओं के सवालों के जवाब में बताया कि ड्रोन के आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं, कृषि, वानिकी, माइनिंग और माइन सेफ्टी जैसे तमाम क्षेत्रों में प्रयोग की नित-नई संभावनओं बनती जाएंगीं।
आने वाले समय में कम होंगी ड्रोन की कीमतें
ड्रोन की कीमतों से जुड़े एक सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा–तकनीक नई होती है तब कीमत ज्यादा होती ही हैं, लेकिन समय के साथ बहुत तेजी से कम भी होती हैं। जिस तरह मोबाइल तकनीक आज इंस्ट्रुमेंट औऱ डाटा वेल्यू के लिहाज से बेहद सस्ती हो चुकी है। उसी तरह से जब अनुप्रयोग बड़े पैमाने पर होने लगेंगे तो ड्रोन की कीमतें भी घट जाएंगी। ड्रोन-सैक्टर के फलने फूलने से कस्बा-देहात तक ट्रेंड ड्रोन-पायलटों की आवश्यकता बढ़ेगी और युवाओं के लिए रोजगार का नया क्षेत्र उपलब्ध होगा।
PM ने कहा है कि हमे फॉलोअर नहीं लीडर बनना है
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने YouTube पर नौजवानों से चैट करते हुए कहा कि हमें विश्व-स्तर पर फॉलोअर नहीं लीडर बनना है। उन्होने उम्मीद जताई कि इसके लिए ड्रोन स्टार्टअप्स बड़ा जरिया बनेंगे। सिंधिया ने दोहराया कि उनके मंत्रालय से जारी ड्रोन सैक्टर के लिए उत्पादन आधारित इंसेटिव (PLI) योजना बड़ा अवसर है। सिंधिया ने बताया कि PLI ड्रोन हार्डवेयर के साथ ही सोफ्टवेयर एप्लिकेशन के विकास में भी नौजवान सोफ्टवेयर इंजीनियर्स के लिए अपार संभावनाओं के द्वार खोलेगी। हम PLI के जरिए अगले तीन साल तक 120 करोड़ रुपए का इंसेंटिव उद्यमियों को उपलब्ध कराएंगे। हालांकि सिंधिया ने स्पष्ट किया कि 120 करोड़ में से किसी एक कंपनी को 25 प्रतिशत (30 करोड़) से ज्यादा इंसेटिव नहीं मिलेगा।
एयरो-स्पेस मैप और गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई
ड्रान से जुड़े आंतरकि सुरक्षा पहलुओं पर आए सवाल के जवाब में सिंधिया ने बताया कि हम मुस्तैद हैं। जल्द ही रेग्युलेटरी ऑथोरिटीज के पास के ऑन-ऑफ स्विच भी उपलब्ध होगा। जब भी कोई एयर-स्पेस मैप और गाइडलान की मर्यादाएं तोड़ेगा, ड्रोन को रोका भी जा सकेगा। साथ ही आपराधिक प्रकऱण भी दर्ज किए जाएंगे।