ग्वालियर, 23 सितंबर। ग्वालियर के महाराजपुरा स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल विस्तार की परियोजना के लिए मिली केंद्रीय आलू अनुसंधान प्रक्षेत्र की भूमि का केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार सुबह निरीक्षण किया। इस अवसर पर वहां उपस्थित संवाद माध्यमों के प्रश्न-विस्तार कब तक के जवाब में सिंधिया ने कहा कि मैं शिलान्यास नहीं लोकार्पण में विश्वास रखता हूं। सिंधिया ने विमानतल को पिता माधवराव सिंधिया व दादी विजयाराजे सिंधिया का स्वप्न बताया और भरोसा दिलाया कि उस सपने को वह जल्द पूरा करेंगे।
हम सबके प्रयास से जल्द पूरा होगा विमानतल विस्तार का सपना
बुधवार को तीन दिन के गृह-नगर प्रवास पर आए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार सुबह महाराजपुरा स्थित उस भूमि का निरीक्षण करने पहुंचे जो विमानतल विस्तार के लिए आवंटित की गई है। इस अवसर पर सिंधिया ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उनके सक्रिय सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। सिंधिया ने बताया कि यह विमानतल उनके पिताजी और दादी का सपना है, इसलिए मेरा भी सपना है। इस स्वप्न को पूरा करने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सिंधिया ने कहा कि मैं मंत्री भी नहीं था तभी से तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी से विमानतल विस्तार के लिए आग्रह करता रहा हूं। सिंधिया ने सांसद विवेक शेजवलकर को भी इस परियोजना के लिए जुटे रहने के लिए धन्यवाद दिया।
अब छोटा पड़ने लगा है राजमाता विजायाराजे सिंधिया विमानतल
सिंधिया ने बताया कि उनके पिताजी व दादी का स्वप्न था कि ग्वालियर को अंतरराष्ट्रीय स्तर की उड़ान सेवाएं मिलें। हम सबकी कोशिशों और मेरे मंत्री बनने का बाद से यहां से देश के आठ महानगरों के लिए उड़ान सेवाएं प्रारंभ हो गई हैं। सिंधिया ने कहा कि अब विमान सेवाएं बढ़ गईं हैं, लेकिन उनके एक साथ उड़ान भरने और उतरने के लिए विमानतल छोटा पड़ने लगा है। इसलिए जरूरी हो गया है कि इसका विस्तर किया जाए। इसके लिए हम सबने सम्मिलित प्रयास किए और भारतीय विमान प्राधिकरण ने विस्तार परियोजना को स्वीकार कर लिया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के प्रयासों से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने ग्वालिय में बने अपने आलू अनुसंधान केंद्र की जमीन विमानतल विस्तार परियोजना के लिए आवंटित कर दी है। प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, जल्द ही सपना पूरा होगा। परियोजना के पूर्ण होने की तिथि पर प्रश्न के उत्तर में सिंधिया ने चुटकी लेते हुए कहा–मैं शिलान्यास नहीं लोकार्पण में विश्वास करता हूं।