भोपाल, 01 जनवरी। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद से जारी मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार अब खत्म होने को है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल के विस्तार का दिन तय कर दिया है। शपथ ग्रहण कार्यक्रम रविवार 3 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे राजभवन में होगा। राजभवन सूत्रों के अनुसार ख़बर लिखे जाने से कुछ देर पूर्व ही मंत्रिमंडल विस्तार की सूचना राजभवन भेज दी गई है।
उपचुनाव प्रक्रिया के दौरान ही भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आए और शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाए गए उनके समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को 6 महीने पूरे होने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था। माना जा रहा है कि सांसद सिंधिया के इन समर्थकों को फिल से कैबिनेट में शामिल किया जाएगा
राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भोपाल में चार दिन के प्रवास के बाद गुरुवार को लखनऊ वापस पहुंची थीं। अब वे मंत्रियों और मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक को शपथ दिलाने के लिए रविवार को सुबह 11 बजे भोपाल आएंगी। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राजभवन में शुक्रवार शाम बैठक में सामान्य प्रशासन विभाग के अफ़सर समारोह का स्वरूप तय करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में अतिथियों की संख्या 150 से ज्यादा नहीं रखी जाएगी।
ज्ञातव्य है कि 10 नवंबर को उपचुनाव के परिणाम आने के बाद से शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार किया जा रहा था। इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया की चार दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार सुबह ही राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से मंत्रिमंडल विस्तार की अनुमति मिली है।
गोविंद को परिवन एवं राजस्व, सिलावट को जल संसाधन विभाग की कमान
सूत्रों के अनुसार तुलसी सिलावट को जल संसाधन व गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन व राजस्व मंत्री बनाया जाएगा। ज्ञातव्य है कि शिवराज सरकार सत्ता में आने के बाद सिलावट और राजपूत को यही विभाग सौंपे गए थे। हालांकि बीजेपी अब इन दोनों को अन्य कोई विभाग देना चाहती थी, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व और सिंधिया के बीच हुई सहमति के बाद दोनों को एक बार फिर उन्हीं विभागों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।