ग्वालियर, 31 दिसंबर। भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख कर आग्रह किया है कि सोन चिरैया अभयारण्य क्षेत्र से मुक्त हुई जमीन को शहर के पश्चिम में विकसित हो रहे विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकारण (SADA) की काउंटर-मैग्नेट सिटी के विकास में उपयोग किया जाए। सांसद सिंधिया ने इस 111.73 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को SADA में नए औद्योगिक क्षेत्र और पश्चिमी बाइपास के लिए उपयोग किए जाने का सुझाव दिया है।
सांसद सिधिया ने CM से किया ग्वालियर के विकास का आग्रह
भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का ध्यान सोन चिरैया अभयारण्य से प्रथक कर दी गए क्षेत्र की ओर आकर्षित किया है। ज्ञातव्य है कि यह भूमि ग्वालियर के घाटीगांव क्षेत्र में स्थापित सोन चिरैया अभयारण्य से 27 नवंबर 2020 को सांसद सिंधिया व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के विशेष प्रयासों के बाद मुक्त की गई थी। यह भूमि शहर के पश्चिमी भाग के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक मानी जा रही है।
पत्र में सांसद सिधिया ने दिए सुझाव
- सांसद सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से आग्रह किया है कि इस भूमि में SADA के तहत नए औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जाए। शहर के पश्चिम से सटा यह क्षेत्र आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग (NH3) के लिए प्रस्तावित वाइपास से सटी है, इसके माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र दिल्ली तक पहुंचना बेहद आसान है। सांसद सिंधिया के अनुसार यहां नए औद्योगिक क्षेत्र के तहत मैन्यूफैक्चरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, प्रिंटिंग प्रेस, अस्पताल, लॉजिस्टिक, एज्युकेशन और वेयर-हाउस के क्लस्टर्स विकसित किए जा सकते हैं।
- इस भूमि की उपलब्धता होने से अब वेस्टर्न-बाइपास का निर्णाण प्राथमिकता से किया जा सकेगा। इस बाइपास के निर्माण से NH3 से गुजरने वाले वाहनों का 40-45 किलोमीटर का चक्कर बच जाएगा, साथ ही नार्थ-साउथ फ्राइट कोरिडोर में परिवहन सुगम होने से SADA की काउंटर-मैग्नेट सिटी में निवेश की संभावनाएं भी बढ़ सकेंगी।
- इन विकास कार्यों से काउंटर-मैग्नेट सिटी में बसाहट बढ़ेगी और इसका रुका पड़ा विकास गति पकड़ सकेगा।