इंदौर, 23 दिसंबर। शहर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में मां वैष्णोदेवी नगर की एक 12 साल की बच्ची की जान सेल्फी के क्रेज ने लेली। बच्ची घर में कुर्सी पर खड़ी होकर गले में फंदा लगाते हुए सेल्फी रिकार्ड कर रही थी। इसी दौरान बैलेंस बिगड़ा और कुर्सी लुढ़क कर गिर गई। परिणामस्वरूप फंदा गले में कस गया। कमरे में कोई नहीं था, लिहाजा बच्ची छटपटा कर जान गंवा बैठी। सेल्फी के लिए बनाए फंदे ने ले ली जान….
इंदौर के मां वैष्णोदेवी नगर में अतुल सोलंकी दो बेटियों और एक बेटे और पत्नी के साथ रहते हैं। मध्यप्रदेश एसएएफ में तैनात हैं और पत्नी हाईकोर्ट में बतौर कॉन्स्टेबल पदस्थ हैं। सातवीं की विद्यार्थी आयुषी घर में सबसे बड़ी बेटी थी। मंगलवार को माता-पिता ड्यूटी पर थे। दोपहर करीब 4 बजे छोटा भाई और बहन पास ही दादी के मकान पर खेल रहे थे, और आयुषी अपने कमरे में अकेली थी। वह काफी देर तक बाहर नहीं आई, इसी दौरान छोटी बहन दीदी के पास लौटकर आई, दादी भी उसके साथ थीं। कमरे में आयुषी को फंदे पर लटके देखा तो होश उड़ गए। तत्काल आयुषी के माता-पिता को सूचना दी गई। पड़ोसियों की मदद से बच्ची को उतारा गए। तत्काल घर पहुंचे माता-पिता बच्ची को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को मोबाइल में मिले फंदा बनाते आयुषी के फोटो
मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजन के सुपुर्द कर दिया। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक तौर पर जो सामने आया है उसके आधार पर आशंका है कि बच्ची ने सेल्फी के लिए फंदा गले में डाला था, इस दौरान असंतुलित हो कुर्सी लुढ़क गई। परिणामस्वरूप वह फंदे पर लटक गई। पुलिस को जांच में बच्ची के मोबाइल में फंदा लगाते हुए फोटो भी मिले हैं।