इंदौर, 22 दिसंबर। मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी माने जाने वाला इंदौर इन दिनों पोहा-जलेबी के स्वाद की जगह, कोकीन के नशे की गिरफ्त में है। अहिल्या बाई होल्कर के शहर में इन दिनों ड्रग्स वाली आंटी प्रीति जैन का नशीला साम्राज्य है। ड्रग्स वाली आंटी ने जिस तरह नशा और यौन व्यापार का जाल इंदौर में फैलाया है, उसके ख़ुलासे से सारा प्रदेश हैरान है। हालांकि हर मां की तरह ड्रग्स वाली आंटी भी अपने बेटे को बड़ा आदमी बनाने का सपना लिए इंदौर आई थी, उसे पायलट बनाना चाहती थी, लेकिन वह खुद तो नशे और नारी देह की हाई-प्रोफाइल सौदागर बनी ही, बेटे को भी अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स व हथियारों का तस्कर बना दिया। सपना था बेटे को पायलट बनाने का, बना दिया अंतर्राष्ट्री तस्कर….
इन दिनों 24 दिसंबर तक की पुलिस रिमांड पर रखी गई ड्रग्स वाली आंटी प्रदेश की सुर्खियों में है। पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि ड्रग वाली आंटी का असली नाम प्रीति है। प्रीति पुणे से ब्याह कर उज्जैन के पास कुक्षी में बहू बन कर आई। प्रीति ने अंग्रेजी में स्नातकोत्तर किया था, उसके सपने बेहद बड़े थे, छोटे से कस्बे कुक्षी में समाए नहीं और पति से अलग हो कर वह इंदौर आ गई। प्रीति अपने बेटे को पायलट बनाना चाहती थी। पति को छोड़ने के बाद रतलाम के सटोरियों के संपर्क में वह आई और फिर इस गोरखधंधे में उतरी थी। जहां उसकी पहचान धीरे-धीरे बढ़ती चली गई। प्रीति ने बताया कि दिल्ली में उसका एक ब्वॉयफ्रेंड है, जिसके संपर्क में आने के बाद उसने ड्रग्स का काम शुरू किया। उसने बताया कि वह अधिकतर कोकीन ही बेचा करती थी।
‘आपरेशन रिया’ चालाया तो सामने आया आंटी का नशा और नारी देह का कारोबार
इंदौर पुलिस को शहर में ड्रग्स की धड़ाधड़ सप्लाई होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सबूतों की तलाश शुरू हुई, लेकिन हाथ कुछ खास नहीं लगा। अधिकारियों ने तेजतर्रार युवा SI प्रियंका शर्मा को इस रैकेट को ध्वस्त करने की जिम्मेदारी सौंपी। प्रियंका ग्राहक बनाकर ड्रग पैडलर के पास गई, लेकिन शुरुआत में इसके परिणाम नहीं आए। प्रियंका ने हिम्मत नहीं हारी और वह लगातार 10 दिन तक ड्रग पैडलर से मिलती रही। प्रियंका के अपनाए गए नकली हावभाव से अंततः पैडलर्स को भरोसा हो गया कि वह ड्रग्स एडिक्ट है, उसने प्रियंका को ड्रग्स के नेटवर्क में शामिल कर लिया। प्रयंका कामयाब हुई और ठिकानों की जानकारी उसने अधिकारियों को दे दी। इंदौर में ड्रग्स के नेटवर्क का खुलासा हुआ तो हर कोई हैरान रह गया। दरअसल, शहर का कोई भी पब नहीं बचा था, जिसमें नशे के इन सौदागरों की पैठ न हो। हर रेस्टोरेंट, पूल, क्लब सभी उनके निशाने पर थे। जिम के रास्तों से भी युवाओं की नसों में नशे का जहर घोला जा रहा था।
फिटनेस-फ्रीक युवा हो रहे थे नशे के आदी
प्रीति जैन के संपर्क में आए जिम संचालक कभी पॉवर बढ़ाने तो कभी वजन घटाने के नाम पर फिटनेस-फ्रीक युवक-युवतियों को नशे का आदी बना रहे थे। शहर के कई रईस युवक-युवतियां ड्रग्स के इस जाल में फंसाए जा चुके थे। उन्हें नशे की लत इस कदर लग गई कि मौत का यह सामान खरीदने के लिए वे खुद ही प्रीति के ठिकानों पर पहुंच जाते थे। इस दौरान पुलिस के हत्थे जिम ट्रेनर धीरज सोनतिया चढ़ा, जो वर्कआउट के लिए आने वालों को नशे की लत लगाता था। पुलिस ने ड्रग्स के नेटवर्क के खुलासे के दौरान जिम ट्रेनर धीरज के अलावा कई लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें दो युवतियों समेत छह पैडलर शामिल थे। इनकी पहचान पैडलर सोहन उर्फ जोजो, कपिल पाटनी, विक्की परिआणी, याशमीन, आफरीन और सद्दाम के रूप में हुई। आरोपियों से पूछताछ के दौरान ड्रग वाली आंटी प्रीति जैन का नाम सामने आया, जो स्कीम-78 में रहती थी। पुलिस ने उसे पकड़ा तो इंदौर में चल रहे नशे के कारोबार का बड़ा सिरा हाथ लग गया। उसने शहर के कई पब, रेस्तरां, कैफे, पूल क्लब और जिम में ड्रग्स सप्लाई करने की बात कबूली। साथ ही, गोवा और मुंबई के नाइजीरियन तस्करों से तार जुड़े होने की जानकारी दी। ड्रग वाली आंटी ने बताया कि वह हर महीने 10 लाख रुपये का माल बेचती थी। आंटी ने दावा किया कि उसका असली नाम प्रीति है और वह पुणे की रहने वाली है। हालांकि, पुलिस इसे सच नहीं मान रही है, क्योंकि उसके पास कई आईडी कार्ड मिले, जिन पर प्रीति, सपना, प्रेरणा और काजल आदि नाम लिखे हैं।
इंदौर पुलिस के मुताबिक, ड्रग्स वाली आंटी से एमडी ड्रग्स और कोकिन ‘कोक’ नामक ड्रग्स लेने वाले काफी लोग जुड़े हुए थे। इनमें 200 से ज्यादा हाई प्रोफाइल परिवार और युवक-युवतियां शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली के एक बड़े कारोबारी से भी ड्रग वाली आंटी का कनेक्शन होने की जानकारी मिली है। जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला का बेटा यश थाईलैंड और मलेशिया में हथियारों के सौदागरों के संपर्क में है। राजनीति रूप से स्क्रिय यश जैन को मां प्रीति पायलट तो नहीं बना सकी अंतर्राष्ट्रीय स्मगलर जरूर बना दिया। पुलिस उसके खिलाफ भी सबूत जुटा रही है।
ड्रग्स वाली आंटी का बंगला न्यारा, ऐसे पानी के प्लांट जिसे पीकर उम्र कम लगे
ड्रग्स वाली आंटी का बंगला भी खंगाला जा रहा है। बंगला एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी का बताया जा रहा है, जिसे ड्रग्स वाली आंटी ने किराए पर ले रखा था। उसके यहां पर एक वाटर प्लांट भी लगे होने की बात सामने आई है। यह एल्कलाइन वाटर प्लांट 3 लाख रुपए कीमत से लगता है। बताया जाता है कि इस पानी को पीने से उम्र कम नजर आती है। इस प्रकार के पानी का कई बड़ी हस्तियां सेवन करती हैं। बताया जा रहा है कि बंगले में कई कमरों को लग्जरी और साउंडप्रूफ बना दिया था, जिसमें वह देर रात तक पार्टी करती थी। साउंडप्रूफ होने की वजह से आसपास के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगती। साथ ही इन कमरे के दरवाजे बड़ी सी अलमारियों के अंदर हैं। बाहर से अलमारी नज़र आने वाले इस दरवाजों को खोलने के बाद खुफिया कमरों में प्रवेश का मार्ग खुलता था। आंटी का सीधा संपर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर के सेक्स रैकेट सरगनाओं से भी था। आंटी तो लॉकडाउन के समय भी रशियन लड़कियों को इंदौर लेकर आई थी।पुलिस के मुताबिक, ड्रग्स सप्लाई के लिए कोडवर्ड का इस्तेमाल होता था। इन कोडवर्ड की जरिए ही ग्राहकों की डिमांड पूरी की जाती थी। आरोपियों ने एमडीएमए का नाम ‘रिया, म्याऊं, म्याऊं, दवाई और मम्मी’ रख लिया था। ऐसे में पुलिस ने अपने ऑपरेशन का नाम ‘ऑपरेशन रिया’ रखा था।