चहेतों को फायदा पहुंचाने विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़
ग्वालियर, 21 दिसंबर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय (RVSKVV) में सोमवार दोपहर विद्यार्थियों ने जमकर हंगामा किया। MSc फाइनल सेमेस्टर के इन विद्यार्थियों का आरोप है कि उनके अधिकांश परिणाम 25 नवंबर को घोषित कर दिए गए थे, लेकिन करीब पचास विद्यार्थियों के परिणाम अब भी रुके हुए हैं। जिन छात्रों की पीडीसी कंप्लीट हो चुकी है वो 23 दिसंबर से शुरू हो रही PhD की काउंसलिंग में हिस्सा ले सकेंगे, लेकिन MSc फाइनल के कई विद्यार्थी अपने रिजल्ट रुके होने से इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे। विद्यार्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने जानबूझकर परिणाम रोके हैं ताकि वे चहेते विद्यार्थियों को काउंसिलिंग में शामिल कराकर PhD में सिलेक्ट करवा सकें।
परिणाम रोके जाने से RVSKVV के विद्यार्थी नहीं दे सके SADO की परीक्षा
ज्ञातव्य है कि RVSKVV से ग्वालियर के साथ ही चार दूसरे एग्रीकल्चर कॉलेज भी संबद्ध हैं। इन सभी के MSc विद्यार्थोयो में करीब 200 ऐसे हैं जिनके रिजल्ट मामूली त्रुटि पर ही रोक दिए गए हैं। प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों के अनुसार इस बार कोरोना संक्रमण के कारण MSc फाइनल की परीक्षाएं ऑनलाइन हुई थीं। विद्यार्थियों ने अपनी PDF फाइल विश्वविद्यालय को भेजी थी। विद्यार्थियों ने बताया कि जिनकी MSc पूरी हो चुके है उनके लिए हाल ही में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (SADO) के पदों की रिक्तियां जारी हुई थीं, लेकिन रिजल्ट रुके होने के कारण प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह गए। कालेज प्रबंधन ने स्वीकार किया कि तकनीकी कारणों से कुछ रिजल्ट रुके हुए हैं। इसके लिए कोई रास्ता निकाला जाएगा ताकि विद्यार्थी PhD की काउंसलिंग में शामिल हो सकें।