जबलपुर, 19 दिसंबर। मध्यप्रदेश साइबर सेल के दो उप निरीक्षक उत्तरप्रदेश के  नोएडा सैक्टर-18 में एक मामले की जांच करने पहुंचे तो आरोपियों ने एक उप निरीक्षक के अपहरण का प्रयास किया, दूसरे ने बचाव के लिए सर्विस रिवाल्वर निकाली तो आरोपियों ने घेर कर दोनों उप निरीक्षकों की सर्विस रिवाल्वर छीन लीं। बाद में लुटे-पिटे अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस थाने में FIR दर्ज कराई और उनकी मदद से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।  लूटी हुई रिवाल्वरों की बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश पुलिस के दोनों अधिकारी मैट्रीमोनियल साइट के जरिए जबलपुर में हुई 54 हजार की ठगी के मामले में आरोपी को पकड़ने और संदिग्ध खातों की जांच करने गए थे।

साथी युवती से छेड़-छाड़ का आरोप लगा मारपीट की, बचाव में पिस्टल निकाली तो छीन कर हो गए फरार….

जबलपुर पुलिस सूत्रों के अनुसार स्टेट साइबर सेल में पदस्थ उप-निरीक्षक पंकज साहू और राशिद खान ठगी के एक आरोपी की तलाश में और नोएडा, साउथ दिल्ली व गुडगांव में हुए लेन-देन से संबंधी संदिग्ध खातों की जांच करने गए थे। दोनों कार से नोएडा के सेक्टर-18 पहुंचे। वहां एक निजी बैंक से खातों की डिटेल की जरूरत थी। दोनों उप-निरीक्षक वर्दी में नहीं थे। पंकज साहू कार में बैठकर लैपटॉप पर कुछ काम करने लगे, और राशिद कार से उतर कर बैंक की ओर जा रहे थे। नोएडा डीसीपी राजेश ने बताया कि इसी दौरान वहां कार से कुछ युवक पहुंचे, उनके साथ एक युवती भी थी। उसके साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कार सवार युवक राशिद से विवाद करने लगे, राशिद के आसपास भीड़ देख पंकज साहू भी कार से उतर कर वहां पहुंच गए। आरोपी युवक दोनों उप-निरीक्षकों से उलझ पड़े, मामला मारपीट होने लगी। हमलावरों ने राशिद को अपनी कार में खींचने का प्रयास किया तो उप-निरीक्षक राशिद ने अपनी सर्विस पिस्टल निकाल ली, तभी 5-6 हमलावरों में से किसी ने पिस्टल छीन ली, तभी पंकज साहू ने अपनी पिस्टल से हवाई फायर किया तो सभी कार में बैठकर फरार हो गए।

CCTV फुटेज देख पहचाने आरोपी, एक गिरफ्तार
घटना के बाद दोनों एसआई ने स्टेट साइबर सेल के एसपी अंकित शुक्ला को मामले की सूचना दी। इसके बाद स्थानीय थाने पहुंचे और अपना परिचय देते हुए हमलावरों के विरुद्ध FIR दर्ज कराई। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे CCTV फुटेज की जांच की तो कार नंबर के आधार पर एक की पहचान हो गई। शुक्रवार देर रात पुलिस ने एक आरोपी को दबोच लिया। उसके अन्य साथियों की गिरफ्तारी को लेकर दबिश जारी है। खबर लिखे जाने तक तक सर्विस पिस्टल बरामद नहीं हो सकी।

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