ग्वालियर, 07 दिसंबर। दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक पखवाड़े से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर अब बीजेपी के सांसद और मंत्री कृषि बिल के समर्थन में उतर आए हैं। बीजेपी के सांसद और मंत्री ने संवाद माध्यमों से चर्चा करते हुए केंद्र सरकार के कृषि बिल को किसानों के हित में बताते हुए कहा है कि इस बिल से किसानों की आय पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा, बल्कि दूर भविष्य में बिल के प्रावधानों से किसानों की आय में वृदिध् ही होगी। कांग्रेस के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल एवं शरद पवार भी कृषि क्षेत्र में बाहरी निवेश की पैरवी करते रहे हैं। अब भाजपा की केंद्र सरकार ने कृषि सुधार के लिए इन बिलों को पारित किया है तो उन्हींकी पार्टी इसका विरोध कर रही है।
विवेक शेजवलकरः विपक्ष की राजनीति के बहकावे में आ गए हैं किसान
ग्वालियर से भाजपा सांसद विवेक नारायण शेजवलकर और मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कृषि बिलों को लेकर केंद्र सरकार के समर्थन में उतरते हुए आंदोलन को विरोधी दलों के किसानों को बहकाने की उपज करार दिया है। सांसद शेजवलकर ने कहा कि किसानों का आंदोलन राजनीति प्रेरित है, जबकि मध्यप्रदेश के उद्यानिकी राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि आंदोलन से पहले किसानों को बिल का ठीक तरह से अध्ययन करना चाहिए।
खुद की सरकार थी तब इन्ही प्रवाधानों की करते थे वकालत, अब कर रहे विरोध
भारत सिंह ने भी आंदोलन को कुछ लोगों के दिमाग की काली उपज बताया। सोमवार को एक आयोजन में ग्वालियर आए मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि देश में किसानों हित की कोई बात हुई है, वह भाजपा के शासनकाल में बनाया गया है। मंत्री भारत सिंह ने आरोप लगया कि विपक्षी दल किसानों के कंधों पर रखकर बंदूक चला रहे हैं, और राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। भारत सिंह ने कुछ खिलाड़ियों की अवार्ड वापसी पर अफसोस जताते हुए कहा कि अपने खेल से भारत का नाम रोशन करने वाले लोग जिस तरह से अब अपने अवार्ड वापस कर रहे हैं, उस उन्हें विचार करना चाहिये, वह बिल का ठीक से अध्ययन करेंगे तो विरोध करना छोड़ देंगे। भापरत सिहं ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों के लिए कभी भी कोई दूरगामी योजना नहीं बनाई, और अब किसानों को भड़का रही है।