ग्वालियर, 05 दिसंबर। शहर के पॉश इलाके सिटी सेंटर में संचालित एक हुक्का बार पर शुक्रवार देर रात पुलिस ने छापामार कार्रवाई की। यहां से कुछ हुक्के और नशे का सामान बरामद किया गया है। मौके पर कुछ लड़के-लड़कियां भी मिले थे, लेकिन रात को ही उन्हें चेतावनी देकर मां-बाप के सुपुर्द कर दिया गया। दिन में रेस्टोरेंट, रात में गुलजार होती हैं ऐयाशी की महफिलें….
बड़े महानगरों की उन्मुक्त अपसंस्कृति अब मझौले शहरों के युवाओं को भी जकड़ने लगी है। मध्यप्रदेश में अब तक इंदौर भोपाल के हुक्का-लाउंजेस में ही रईस परिवारों के लड़के-लड़कियों को मौज-मस्ती की पार्टियां करते पकड़ा गया था। अब ग्वालियर जैसे शहरों में भी रईसजादों को मौजमस्ती की सुविधाएं उपलब्ध होने लगी हैं। शहर के सिटी सेंटर में होटल रेडिएंस के सामने कैफे-7 दिन की रोशनी में तो रेस्टोरेंट ही है, लेकिन अंधेरा होते ही यहां मौज-मस्ती की महफिल गुलजार होने लगती है।
पुलिस पहुंची तो हिरन हो गया हुक्के का नशा
पुलिस को अवैध रूप से संचालित इस हुक्का बार की जानकारी मिली थी। सूचना पर मुखबिर भेज कर पुष्टि कराई गई, और शुक्रवार रात विश्वविद्यालय थाने की पुलिस टीम हुक्का-बार में पहुंच गई। वहां पूरे हॉल में रंग बिरंगी लाइटों के बीच धुआं भरा हुआ था। जाहिर है, रईसजादों ने कोरोना संक्रमण की परवाह किए बिना हुक्के से सामूहिक कश लगाए थे। अचानक पुलिस को सामने देख वहां मौजूद रईसजादों के चेहरों पर हवाईयां उड़ने लगीं, कुछ तो निकल भागने में भी कामयाब रहे। पुलिस ने हुक्का-बार में बचे रहे लड़के-लड़कियों को पूछताछ के लिये रोक लिया और उनके परिजनों को बुलवा लिया। बाद में पुलिस ने चेतावनी देकर हुक्के के कश लेने वाले लड़के-लड़कियों को उनके परिजन के सुपुर्द कर दिया। हुक्का-बार को होस्ट कर रहे दो युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जबकि मैनेजर की तलाश जारी है।