ग्वालियर, 03 दिसंबर। कलेक्ट्रेट और हाईकोर्ट के बीच प्राइम लोकेशन अलकापुरी तिराहे पर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई करीब 15 दुकानों को जिला प्रशासन की टीम ने जमींदोज कर दिया। एंटी-माफिया मुहिम के तहत की गई इस कार्रवाई के लिए व्यापक तैयारियां की गई थीं। राजस्व अमले के साथ ही नगर निगम, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और पुलिस ने भारी-भरकम अमले के साथ गुरुवार दोपहर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। खास बात यह है कि इस जमीन पर कांग्रेस नेता केदार सिंह कंसाना और कल्याण कंसाना का आधिपत्य था।
प्रशासन के मुताबिक इस जमीन के सिलसिले में करीब 8 महीने पहले बेदखली के आदेश हुए थे और कंसाना बंधुओं को इसकी कॉपी भी भेजी गई थी। इसके अलावा दुकानदारों को भी नोटिस दिया गया था। करीब 15 दुकानों वाले इस कॉम्प्लैक्स में जनरल स्टोर मेडिकल एटीएम सहित विभिन्न दुकानें थी। करीब 5000 वर्ग फुट में दो हिस्सों में बनी इस मार्केट में ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर दुकानें बनाई गई थी। वर्षों से यहां लोगों को किराए पर दुकान देकर उनसे वसूली की जा रही थी। चर्चा के मुताबिक कंसाना बंधुओं पर इस मार्केट से डेढ़ लाख से ऊपर का किराया हर महीने आता था। कंसाना बंधुओं का कहना है कि सरकार के इशारे पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है, जबकि जमीन उनके पूर्वजों की है, जिसकी उनके पास रजिस्ट्री भी है। दुकानों का कॉमर्शियल टैक्स और हाउस टैक्स भी नगर निगम को भुगतान किया जा रहा है। प्रशासन बिना नोटिस के कार्रवाई कर रहा है, और उनकी एक भी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है।