ग्वालियर, 03 दिसंबर। शहर की पॉश और बेहद सुरक्षित जय विलास पैलेस से सटी बंद कॉलोनी के एक घर में घुस आए लुटेरों को मां और युवा बेटी ने न केवल खदेड़ दिया, बल्कि उनके साहस के फलस्वरूप लुटेरे अब उन्हें पुलिस की गिरफ्त में हैं। मां-बेटी के साहस की जानकारी मिलते ही गुरुवार सुबह सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सिंधविहार पहुंचे और मां बेटी के साहस की प्रशंसा की। उन्होंने सांसद निधि से मां-बेटी को पांच-पांच हजार रुपए की सम्मान निधि भी सौंपी। पिस्टल लेकर घर में घुसे बदमाश का मास्क ने नौचा बेटी ने लात मारी और भिड़ गई….
बुधवार रात जयविलास पैलेस परिसर स्थित सिंध विहार कॉलोनी में रहने वाली प्रिया खटवानी के घर दो बदमाश पिस्टल लेकर अचानक घुस आए। उन्होंने मां-बेटी को डराने के लिए पिस्टल की नाल बेटी पूर्विका के सिर पर लगा दी। बेटी को ख़तरे में घिरा देख मां ने झटके से एक बदमाश का मास्क नोच कर उसे जोर से लात मारी, झटके से बदमाश की पिस्टल गिर गई, औऱ दोनों बदमाश हड़बड़ाकर भागने लगे तभी पूर्विका को मोबाइल पर फोन लगाते देख एक बदमाश पलटा और मोबाइल छीन कर बाहर भाग गया। इसपर दूसरे बदमाश से बेटी भिड़ गई तभी उसका छेटा भाई नील पालतू कुत्ते के साथ घर में अंदर आया तो दूसरा बदमाश भी बाहर भाग गया।
भाई ने 1.1 किलोमीटर तक दौड़ कर किया पीछा
बदमाश नदी गेट चौराहे पर तेजी से एक ऑटो में बैठे और इंदरगंज चौराहे की ओर भागे। नील भी चीखते हुए उनका पीछा करता रहा और इंदरगंज चौराहा पर जब ऑटो अन्य वाहनों के बीच फंसकर धीमा हुआ तब नील ने चाचा जनरल स्टोर के राजीव चड्ढा और अभिषेक चड्ढा के साथ ऑटो को रोकने की कोशिश की। इस दौरान बदमाश ऑटो से निकलकर भागने लगे तो राजीव, अभिषेक और नील ने भागकर उन्हें दबोच कर एक बदमाश का कट्टा भी छीन लिया, और पास ही में स्थित इंदरगंज पुलिस थाने में ले गए। बदमाशों के नाम विजय व रंजीत बताए गए हैं।
बंद कॉलोनी में सुरक्षा गार्ड को दिया कूरियर डिलीवरी का झांसा
जयविलास परिसर स्थित पूरी तरह बंद सिंधविहार कॉलोनी को बेहद सुरक्षित माना जाता है। कॉलोनी में घुसते बदमाशों से गार्ड ने जब पूछताछ की तब उन्होंने खुद को कोरियर बॉय बताते हुए ऊपर की मंजिल का कोरियर होने की बात कही। इस पर गार्ड ने उन्हें जाने दिया। दोनों बदमाश कॉलोनी के अंदर तीसरी मंजिल स्थित कपड़ा कारोबारी विनोद खटवानी के घर में घुस गए।
सांसद ने साहस को सराहा, और मां-बेटी को भेंट की सम्मान निधि ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर खुद मां-बेटी से मिलने पहुंच और उनके साहस की सराहना की। उन्होंने तात्कालिक सम्मान के तौर पर दोनों के पांच-पांच हजार रुपए की सम्मान निधि भेंट की। पूर्व मंत्री माया सिंह ने भी साहसी मां-बेटी व बेटे नील की प्रशंसा की और उन्हें भविष्य की सुरक्षा का भरोसा दिलाया। सांसद शेजवलकर ने बताया कि मां-बेटी को वीरता पुरस्कार दिलाने के लिए वे अपनी ओर से पहल कर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अनुशंसा करेंगे।