जूनागढ़, 30 नवंबर। कहा जाता है कि ईश्वर ने जिनके जोड़े तय किए हैं उन्हें किसी न किसी तरह मिला ही देता है। सोमवार शाम यह एक बार फिर साबित हुआ गुजरात के जूनागढ़ में। यहां जन्म से ही देख सकने में असमर्थ 5.5 की युवती का विवाह 3 फीट के सरकारी शिक्षक से संपन्न हुआ। अनोखा विवाह, ज्योति विहीन को मिला परिणय का प्रकाश….     

गुजरात में सोमवार को संपन्न हजारों विवाहों में एक अनोखा विवाह भी शामिल हुआ। जूनागढ़ में आयोजित सबसे अनोखे विवाह समारोह में 5.5 फीट की युवती ने तीन फीट के दूल्हे के साथ सात फेरे लिए।

जूनागढ़ के सत्यम सेवा युवक मंडल के गर्ल्स हॉस्टल में बचपन से ही रह रही शांता मकवाणा जन्म से देख सकने में असमर्थ है। हॉस्टल में रहकर ही शांता ने बीएड किया है। शांता को देख परख कर जाम जोधपुर तहसील के सरकारी टीचर रमेश भाई डांगर ने उससे शादी की इच्छा जताई थी। सत्यम सेवा युवक मंडल ने जब शांता से इस बारे में बात की तो वह रमेश भाई से शादी के लिए सहमत हो गई। शांता की अनुमति के बाद सादे समारोह में दोनों फेरों में सात वचनों के साथ परिणय सूत्र में बंध गए।

सरकारी विद्यालय में शिक्षक रमेश भाई ने भरोसा दिलाया कि वह शांता को खुश रखेंगे। शांता को रमेश भाई के कद से कोई आपत्ति नहीं है, उसे खुशी है कि रमेश ने उसके अंधेरे जीवन में प्रकाश भरने का साहस दिखाया है। 

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