ग्वालियर, 19 नवंबर। सरकार भले ही पहली कक्षा से लेकर आठवीं तक के नियमित क्लास लगाने की कोशिशों में जुटी है, लेकिन पिछले 8 महीनों से बंद स्कूलों की हालत देखकर लगता नहीं कि नए माहौल में स्कूल 01 दिसंबर से खुल सकेंगे। हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग ने कुछ दिन पहले स्कूल स्टाफ को नियमित रूप से जाने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन लगातार 8 महीने से बंद रहने वाले स्कूलों में साफ सफाई तक नहीं हुई है।
यह है ग्वालियर के नाका चंद्रबदनी स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय, यहां कक्षाओं में गंदगी देख लगता नहै कि क्लास लगाई जा सकती है। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों के लिए बोर्ड पर लिखी गई सामान्य जानकारी को भी अपडेट नहीं किया है। बोर्ड पर आज भी मुख्यमंत्री के रूप में आज भी कमलनाथ का नाम दर्ज है और कलेक्टर व एसपी के नाम लॉकडाउन से पहले वाले लिखे हुए हैं। यही हालत शहर के अधिकांश प्राइमरी और मिडिल स्कूल का है। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी संजीव शर्मा ने स्वीकार किया है कि विभाग के आदेश का पालन उनके लिए चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि स्कूलों में नियमित कक्षाओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग मास्क पहनने और सैनिटाइजिंग के मापदंडों को अपनाना होगा, और इसके लिए स्कूलों में अतिरिक्त क्लास रूम एवं फर्नीचर की व्यवस्था करनी होगी। साथ ही साफ-सफाई भी स्कूलों के लिए एक चुनौती होगी।