मुरैना, 20 अक्टूबर। मध्यप्रदेश में 15 माह कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन इन्होंने विकास के काम करने के बजाए जनता के लिए चल रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को ही बंद कर दिया था। खजाने में पैसा नहीं है, लेकिन हमने  विकास के कामों को रूकने नहीं दिया है। हमारा संकल्प है कि मध्यप्रदेश को स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाकर ही दम लेंगे। कांग्रेस की बंटाढार सरकार को हटाकर वर्ष 2003 के बाद भाजपा सरकार ने प्रदेश को विकास की राह पर लाकर खड़ा किया है और अब हम हमारे ही विकास के रिकार्डों को तोड़ेंगे। ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को जौरा व अंबाह विधानसभा में आयोजित जन सभाओं को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा, विधायक दिव्यराज सिंह, विधायक नारायण त्रिपाठी, पूर्व विधायक सूबेदार सिंह रजौधा, पूर्व विधायक कमलेश जाटव, अंबाह विधानसभा प्रभारी पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भदौरिया, जौरा विधानसभा प्रभारी पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय मौजूद थे।

कांग्रेस के पास नहीं है चुनावी मुद्दे…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कि कांग्रेस के पास चुनावी मुद्दे नहीं हैं। इनके पास विकास की बातें नहीं है, इसलिए तो इनके पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा सरकार के कामों को और मुझे कोस रहे हैं। वे कभी नालायक कह रहे हैं, तो कभी नंगे-भूखे की संज्ञा दे रहे हैं। उन्होंने हमारी कैबिनेट सदस्य और बहन इमरती देवी को अपशब्द कहे। वे विकास की बातें तो कर नहीं रहे हैं और चुनावी मुद्दों से हटकर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में भाजपा सरकार में चल रही योजनाओं को बंद कर दिया गया। कमलनाथ ने 15 माह तक मध्यप्रदेश में विकास तो कुछ किया नहीं, बल्कि वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बनाकर रख दिया। कांग्रेस की सरकार में विकास के काम तो कुछ नहीं हुए, लेकिन भ्रष्टाचार जमकर किया। इन्होंने अफसरों से पैसे लेकर उनका तबादला किया। किसानों से कर्जमाफी का वायदा करके सरकार में आ गए, लेकिन वादा पूरा नहीं किया। इन्होंने प्रदेश की जनता के साथ छलावा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा तो राजनीति में आने का मकसद ही प्रदेश की जनता की सेवा करना है। इसमें कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूंगा। मेरे लिए तो मध्यप्रदेश मंदिर है और प्रदेश की जनता ही भगवान है और उनका सेवक शिवराज सिंह चौहान है। 

अहंकार में चूर कमलनाथ पर हो कार्रवाही…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कि कमलनाथ ने इमरती देवी का अपमान किया है, उन्हें अपशब्द कहे हैं। इनके एक अन्य नेता कह रहे हैं कि इमरती को जलेबी बना देंगे। वे कह रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान तो कंस हैं, इमरती देवी पूतना है और कमलनाथ श्रीकृष्ण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ और इनके कांग्रेस के नेता अपने दंभ और अहंकार में चूर हैं। उन्हें माताओं-बहनों की इज्जत करना नहीं आता है। इनके नेता राहुल गांधी ने कमलनाथ की करतूत पर माफी मांगी है, लेकिन सिर्फ माफी मांगने से काम नहीं चलेगा, कमलनाथ पर कार्रवाई भी होनी चाहिए।

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