एहतियातन लॉट RH137 की सप्लाई पर रोक, मौके से मिला लॉट जब्त




उज्जैन, 16 अकटूबर। जहरीली शराब से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले में एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार सुबह टीम SIT रीगल टॉकीज भवन में संचालित उज्जैन नगर निगम के पुराने दफ्तर पहुंची। यहां से लॉट RH137 डिनेचर्ड स्प्रिट जब्त कर जांच के लिए भेज दिया। एहतियातन इस लॉट के स्प्रिट की प्रदेश में सप्लाई पर रोक दी गई है।
उज्जैन में जहरीली शराब पीने से बीते दो दिनों अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार ने मामले में संज्ञान लेते हुए SIT गठित की है। टीम में गृह सचिव डॉ.राजेश राजौरा, एडीजी एसके झा, रतलाम डीआईजी सुशांत सक्सेना शामिल हैं। टीम SIT ने नगर निगम के पुराने ऑफिस यानी रीगल टॉकीज भवन पर छापेमारी की। टीम ने बिल्डिंग की छत और पार्किंग से शराब बनाने का सामान और डिनेचर्ड स्प्रिट जब्त किया। पुलिस अब तक शराब बनाने के धंधे से जुड़े 104 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर चुकी है, साथ ही 623 लीटर शराब भी जब्त की जा चुकी है।
मध्यप्रदेस के गृह सचिव राजेश राजौरा ने बताया कि कहा कि मौके से आरएच-137 लॉट नंबर का डिनेचर्ड स्प्रिट जब्त हुआ है। ऐहतियातन इस लॉट नंबर के स्प्रिट की सप्लाई प्रदेशभर में रोक दी गई है।जो दुरुपयोग देखने में आया है, उसके लिए आवश्यक कदम उठाए जांएगे।
CM शिवराज सिंह सख्त: टीम SIT ने शुरू की जांच–2दिन में सौंपेगी रिपोर्ट
डिनेचर्ड स्पिरिट हादसे के बाद गुरुवार देर रात गृह सचिव डॉ.राजेश राजौरा, एडीजी एसके झा और रतलाम डीआईजी सुशांत सक्सेना उज्जैन पहुंचे। इससे पूर्व कलेक्टर ने जहरीली शराब बनाने वालों पर रासुका लगा दी। गुरुवार को ही उज्जैन के एसपी ने खाराकुआं टीआई समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
अब तक एक सैकड़ा से ज्यादा गिरफ्तार
एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि कुछ मामलों में यह साफ हुआ है कि जान जहरीली शराब पीने की वजह से हुई। डिनेचर्ड स्पिरिट मिलाकर पोटलियों में सड़ा कर बनने वाली इस शराब को स्थानीय लोग झिंझर कहते हैं। पुलिस ने अब तक शराब बनाने वाले 103 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी यूनुस को राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि नगर निगम के अस्थाई कर्मचारी सिकंदर और गब्बर की तलाश जारी है। पुलिस ने देर रात रीगल टॉकीज भवन की छत से भी शराब बनाने का सामान जब्त किया।
ठेले पर बैल्ट बेचने वाले हॉकर से पार्किंग ठेकेदार बना भूरा भी संदेह के घेरे में
नगर निगम के पुराने भवन में एक माह पूर्व ही पार्किंग का ठेका सुनील उर्फ भूरा को दिया गया, जो मामूली बेल्ट की दुकान चलाता है। सीएसपी रजनीश कश्यप ने बताया कि इस मामले में पार्किंग ठेकेदार की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है ।
मौत के बाद हुई दबिश में गुप्ता सर्जिकल सील, आशीष सेल्स पर दबिश
मौतों के बाद जिला प्रशासन, पुलिस और ड्रग विभाग जागा है। गुरुवार को संयुक्त रूप से उज्जैन के माधव क्लब रोड स्थित दवा बाजार में संचालित गुप्ता सर्जिकल पर कार्रवाई की है। टीम ने जांच में पाया कि गुप्ता सर्जिकल के संचालक आकाश गुप्ता द्वारा ज्यादा मात्रा में स्प्रिट का स्टॉक कर रखा था। यहां 200 लीटर स्प्रिट पाया गया है, जिसे जब्त कर लिया गया है। एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी और ड्रग इंस्पेक्टर धर्मसिंह कुशवाह ने गुप्ता सर्जिकल को सील कर दिया है।
क्या था पूरा मामला-
शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 16 मजदूरों की लाशें मिली थीं, जो उज्जैन में रहकर मजदूरी किया करते थे. इसके अलावा निनोरा निवासी एक अन्य बुजुर्ग गोपाल मंदिर के सामने बदहवास मिला, जिसने बताया कि कहारवाड़ी में शंकर नाम के युवक से शराब खरीदी थी. ज्यादातर मजदूर वर्ग वहीं से शराब खरीदते हैं. जिन 16 मजदूरों की मौत हुई है, उन्होंने भी पोटली शराब पी थी. जिसकी वजह से एक साथ सभी की मौत हो गई, दो लोइसके अलावा निनोरा निवासी एक अन्य बुजुर्ग गोपाल मंदिर के सामने बदहवास मिला, जिसने बताया कि कहारवाड़ी में शंकर नाम के युवक से शराब खरीदी थी, ज्यादातर मजदूर वर्ग वहीं से शराब खरीदते हैं। जिन 16 मजदूरों की मौत हुई है, उन्होंने भी यही डिनेचर्ड पोटली शराब पी थी। मजदूरों के परिजन का मानना है कि मजदूर कच्ची शराब पीने के आदी थे और 20 रुपये की पोटली खरीद कर पिया करते थे।
डिनेचर्ड स्पिरिट से पीने वाला हो सकता है अंधा
विशेषज्ञों के अनुसार इस शराब को लंबे समय तक पीने वाला अंधा हो सकता है, पागल हो सकता है और लीवर, किडनी, दिमाग और भोजन तंत्र को पूरी तरह डैमेज हो जाता है।