मुरैना, 28 सितंबर। शहर के बैरियल चौराहे पर सोमवार को शहर वासियों को फ्लाई ओवर ब्रिज की सौगात दी गई है। 108 करोड़ रुपए की लागत से 1.5 किलोमीटर के इस ओवरब्रिज का लोकार्पण सोमवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। उनके साथ प्रदेश के ऊर्जावान कृषि राज्यमंत्री गिर्राज दंडोतिया सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, पूर्व मंत्री मुंशीलाल, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, पूर्व विधायक रघुराज कंसाना भी मौजूद थे। ओवर ब्रिज उद्घाटन का कार्यक्रम बैरियल चौराहे पर स्थित रेस्ट हाउस में किया गया था। जिसकी शुरुआत दीप प्रज्वलित कर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री गिर्राज दंडोतिया ने की। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर रिमोट के जरिए ओवर ब्रिज लोकार्पण किया और बाद में गाड़ियों के काफिले के साथ फ्लाई ओवर ब्रिज पर पहुंचकर फीता काटकर इसका विधिवत शुभारंभ किया। जिसके बाद से यह ब्रिज वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। वापस लौट कर रेस्ट हाउस परिसर में कार्यक्रम को वापस शुरू किया गया।
शहर वासियों को मिलेगी परेशानियों से मुक्ति
कार्यक्रम को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को संबोधित करना था। लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय राज्यमंत्री रिटा.जनरल वी.के सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया और मुरैना वासियों को फ्लाई ओवर ब्रिज की सौगात मिलने पर बधाई दी है एवं कहा है, कि भविष्य में विकास की गति को रुकने नही दिया जाएगा। वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि 2017 में फ्लाई ओवर ब्रिज की आधारशिला रखी गई थी। जिसके बाद 2018 में इसका काम शुरू किया गया और आज 2020 में इसे जनता को समर्पित किया जा रहा है। इसके शुरू हो जाने से अब मुरैना की जनता को असमय लगने वाले जाम की वजह से होने वाली परेशानी और एक्सीडेंट के भय जैसी संभावनाओं से मुक्ति मिल जाएगी।
चौराहे से गुजरने वाले भारी वाहनों को पहुंचेगा फायदा
करीब डेढ़ किलोमीटर इस लंबे फ्लाई ओवर ब्रिज के बनने से एक और शहर वासियों का कई तरह की समस्याओं से निजात मिलेगी। तो वही जिन भारी वाहनों की वजह से बैरियर चौराहे पर जाम लगता था वह भी अब ब्रिज शुरू होने से खत्म हो जाएगा। ग्वालियर की ओर से आने वाले भारी वाहन अब बिना शहर में रुके सीधे धौलपुर की ओर रवाना हो सकेंगे। जिससे उनके समय और डीजल की भी बचत होगी।