इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के घर पर गुरुवार को अफरा-तफरी का माहौल दिखा। पाकिस्तान और जर्मनी के बीच एक राजनयिक तनाव पैदा होते-होत बच गया। दरअसल पीएम शहबाज अपने आधिकारिक घर पर जर्मनी की संघीय आर्थिक सहयोग और विकास मंत्री स्वेनजा शुल्जे से मिलने वाले थे। जब मंत्री शुल्जे पाकिस्तानी पीएम शहबाज के घर में जाने वाली थीं, तभी उन्हें सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने रोक लिया और उनसे उनका बैग वहीं छोड़ने को कहा गया ताकि वह उसे चेक कर सकें।
इस घटना का एक पत्रकार ने वीडियो बना लिया। जर्मनी की मंत्री ने इसका विरोध किया और किसी भी तरह की जांच से इनकार कर दिया। वीडियो में पाकिस्तानी अधिकारी को यह कहते हुए सुना गया कि यह प्रोटोकॉल है। जर्मनी की मंत्री इसे लेकर नाराज हो गईं और उन्होंने पाकिस्तान में जर्मन राजदूत अल्फ्रेड ग्रैनस के साथ इस मामले पर चर्चा की। फिर दोनों वहां से वापस लौटने लगे, जो दिखाता है कि जर्मनी की मंत्री शुल्जे को पीएम शहबाज से मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखी।
जर्मनी के राजदूत वहां से थैंक्यू वेरी मच बाय-बाय कहकर जाने लगे। जर्मनी की मंत्री के चेहरे पर हैरानी साफ नजर आ रही थी। इसे देख पाकिस्तानी अधिकारी भी परेशान हो गए। अधिकारियों ने नरम रुख अपनाया और मंत्री को उनके बैग के साथ पीएम आवास में जाने दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैठक से पहले पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ विस्तृत बातचीत हुई थी। शुल्जे बैठक में अपने साथ एक फोटोग्राफर ले जाना चाहती थीं, लेकिन पाकिस्तानी ने इससे इनकार कर दिया था लेकिन जब पाकिस्तानी अधिकारियों ने मंत्री को अपना बैग रखने को कहा तो उन्होंने सभी रेड लाइन पार की।
पाकिस्तान की इस हरकत से एक राजनयिक संकट पैदा हो गया था लेकिन बाद में सबकुछ योजना के मुताबिक ही हुआ। पीएम शहबाज शरीफ ने करीब पूरी कैबिनेट की मौजूदगी में शुल्जे का डिनर पर इस्तकबाल किया। इस दौरान शुल्जे बैग अपने साथ ही ली हुई थीं। उल्लेखनीय है कि जर्मनी पाकिस्तान की नकदी की कमी से जूझ रही अर्थव्यवस्था के लिए अहम है, क्योंकि यह एक प्रमुख निर्यात गंतव्य है। पाकिस्तान मुख्य रूस से जर्मनी को कपड़ा, चमड़े का सामान, खेल और चिकित्सा उपकरण निर्यात करता है।