बुरहानपुर : मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के शिकारपुरा थाना अंतर्गत आने वाली शासकीय भूमि पर बने एक मदरसे को तोड़े जाने का मामला सामने आया है। दरअसल जिले के नेपानगर तहसील के ग्राम सांडस कला स्थित नजूल की जमीन पर बने एक भवन में मदरसा संचालित था। तो वहीं इसके आसपास की शासकीय जमीन पर खेती भी की जा रही थी। बताया जा रहा है कि मदरसा सुफ्फा एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित था जो कि लगभग तीन सालों से यहां चल रहा था। इसमें करीब 150 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। जिस पर अतिक्रमण को लेकर वन अमले को शिकायत की गई थी। इसके बाद मौके पर पहुंचे नेपानगर एसडीएम, तहसीलदार के साथ ही वन विभाग और पुलिस बल ने अतिक्रमण हटाने के कार्रवाई की है ।
बताया जा रहा है कि करीब 7 एकड़ के रकबे में अतिक्रमण किया गया था, जिसमें करीब तीन एकड़ मदरसे की जमीन थी। तो वहीं इस जमीन पर सोयाबीन की फसल भी बोई गई थी। इसके साथ ही लगी हुई दो अन्य लोगों की जमीन पर भी मक्का और केले की उपज लगाई गई थी। इसे भी वन अमले ने ट्रैक्टर की मदद से नष्ट किया है। इधर जिला प्रशासन के अमले ने मदरसे के करीब चार कमरों को जेसीबी की मदद से ढहाया है, और इस क्षेत्र की शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। इस पूरी कार्रवाई के बाद यह जमीन वन अमले के सुपुर्द कर दी गई है। हालांकि इस दौरान किसी तरह की विवाद की स्थिति से निपटने के लिए भी पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद था। देर शाम तक इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया, जिसके बाद यह जमीन अतिक्रमण मुक्त बताई जा रही है ।
वहीं मौके पर कार्रवाई करने पुलिस टीम के साथ पहुंचे सीएसपी गौरव पाटिल ने बताया कि यहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। यहां ग्राम सांडस कला और और ग्राम बड़ा जनावत के बीच कुछ अतिक्रमणकारियों ने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था। यह भूमि रेवेन्यू डिपार्टमेंट की है, जो की वन विभाग को हैंडओवर होना है। जहां बड़े रकबे पर अतिक्रमण किया हुआ था, और यहां पर राजस्व की टीम के साथ ही वन विभाग और पुलिस की टीम के करीब 20 से 25 लोग मौजूद हैं। साथ ही किसी प्रकार का विवाद ना हो इसके लिए पुलिस फोर्स भी लगाया गया।
नेपानगर एसडीएम भागीरथ बाखला ने बताया कि यह शासकीय भूमि थी। यहां पर अतिक्रमण पाया गया था। जिसे हटाकर वन विभाग के सुपुर्द किया जा रहा है। यहां पर कुछ क्षेत्र में फसल लगा रखी थी और एक अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग भी थी। जिसका भी कोना तोड़ा गया है। हालांकि इस जगह मदरसा होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी यह नहीं कह सकते। क्योंकि यह बिल्डिंग अंडर कंस्ट्रक्शन थी। इस मामले में कोई शिकायतकर्ता भी नहीं था। यह तो वन विभाग की भूमि थी, इसलिए अतिक्रमण हटाकर उसे वापस सौंपा जा रहा है।