-अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने कहा-कानूनों का उल्लंघन कर रहा है यहूदी देश
जेनेवा : गाजा में इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है इस जंग में हजारों बेगुनाह फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और सैकड़ों घायल हैं लेकिन फिर भी इजराइल राहत शिविरों को निशाना बनाने से बाज नहीं आ रहा है। इन सब के बीच अब अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने इजरायल को तगड़ा झटका दिया है। अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस ने अपने फैसले में कहा है कि इजरायल का फिलिस्तीनी इलाकों पर कई दशकों से अवैध कब्जा है। इसे जल्द से जल्द खत्म किया जाना चाहिए। इजराइल ने 1967 में अरब देशों को हराने के बाद वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी पर कब्जा कर लिया था। कोर्ट ने ये टिप्पणी इन्हीं इलाकों को लेकर की है।
अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने कहा कि इजरायल अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहा है। फिलिस्तीनियों के अधिकारों को छीन लिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा है। उसे इन इलाकों पर इतने सालों तक कब्जा करने के कारण फिलिस्तीनियों को मुआवजा देना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट के पीठासीन न्यायाधीश नवाफ सलाम ने कहा इजरायल को अपना कब्जा छोड़ देना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस का ये फैसला एक सलाह है। इसे मानने के लिए इजरायल को मजबूर नहीं किया जा सकता। हालांकि संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए कोर्ट का शुक्रिया अदा किया है। वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस फैसले को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यहूदी लोगों ने फिलिस्तीनियों की जमीन पर कब्जा नहीं किया है।
हमास के साथ जंग के बीच अब हिजुबल्ला और हूति विद्रोही, इजरायल पर हमले कर रहे हैं। तेल अवीव में जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसमें एक की मौत हो गई। कम से कम 10 लोग घायल हुए है। इस दौरान कई इमारतों को भी नुकसान हुआ है। इस हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया गया। हूति विद्रोहियों ने कई बार इजरायल को गाजा में हमले बंद करने की चेतावनी दी है। इन हमलों से साफ है कि आने वाले दिनों में वह इजरायल की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। इसी बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में रफाह क्रॉसिंग का दौरा किया और पूरे गाजा-मिस्र सीमा पर इजरायल के नियंत्रण को बनाए रखने की बात कही है। उन्होंने कहा कि युद्ध विराम समझौता होने के बाद भी मिस्र और गाजा के सीमा पर मौजूद रफाह क्रासिंग पर इजरायल का कब्जा बना रहेगा।