ग्वालियर, 16 सितंबर। शहर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आगमन से संबंधित कांग्रेस के लगाए बनरों में से कुछ जगहों पर लगे बैनर नगरनिगम अमले हटा दिए तो कांग्रेसी उग्र हो गए। बुधवार दोपहर कांग्रेसियों की भीड़ ने मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को घर लिया। कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री के साथ झूमाझटकी भी की। हालांकि पुलिस और प्रशासन की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंच कर हालात पर नियंत्रण स्थापित किया। एडीएम किशोर कान्याल ने बताया कि नगरनिगम ने सिर्फ वहीं बैनर-होर्डिंग्स हटाए जो बगैर अनुमति लगाया गए थे।
उपचुनाव के माहौल में अब गर्माहट आने लगी है। भापजा बीते पखवाड़े से सक्रिय है, और सदस्यता अभियान से लेकर विधानसभा स्तर के सर्वे तक के काम कर चुकी है। कांग्रेस भी हालांकि महीने भर से सक्रिय है, लेकिन भाजपा के कद्दावर नेता सतीश सिकरवार के पार्टी छोड़ कांग्रेस में आने, शहर के टिकट पक्के होने औऱ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के 18 सितंबर को शहर आने की घोषणा के बाद से कांग्रेस कार्यकर्ता भी जोश में आने लगा है। कमलनाथ के आगमन से संबंधित बैनर-होर्डिंग्स से शहर को पाट दिया गया है। बुधवार को नगरनिगम ने उन होर्डिंग्स को हटाना शुरू किया जो बगैर अनुमति लिए लगाए गए थे। निगम अमले के बैनर हटाने की सूचना मिलते ही उग्र कांग्रेसियों की भीड़ नगरनिगम की कार्रवाई का विरोध करने फूलबाग पहुंच गए। वहां पहले से चल रहे एक आयोजन में सामिल होने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी पहुंचे थे। मंत्री को देखते ही कांग्रेसियों ने उन्हें घेर लिया और निगम अमले की कार्रवाई का विरोध करने लगे। ज्यादा ही जोश में आए कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री के साथ झूमाझटकी भी कर दी। हालांकि मंत्री की सुरक्षा टीम ने आक्रामक कार्यकर्ताओं को पीछे धकेल दिया। बाद में पुलिस और प्रशसन की टीमें पहुंच गई और हालात को नियंत्रण में ले लिया।
एक दूसरे पर हुए आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेसियों की भीड़ में पूर्व मंत्री लाखन सिंह और प्रद्युम्न सिंह तोमर के विरुद्ध ग्वालियर विधानसभा से हाल ही में प्रत्याशी घोषित कांग्रेस नेता सुनील शर्मा भी शामिल थे। सुनील शर्मा ने निगम का कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया। प्रद्युम्न सिहं तोमर ने कांग्रेसियों के इस व्यवहार को खीज करार देते हुए कहां कि झूमाझटकी से उनका कोई अपमान नहीं हुआ, क्योकि वह तो खुद को जनता का सेवक मानते हैं। कांग्रेसियों के कृत्य का जवाब जनता ही देगी।