लखनऊ। लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर यूपी में सबसे ज्यादा सीटें जीतने के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अब केंद्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। सूत्रों के मुताबिक कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद अखिलेश यादव उत्तरप्रदेश विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। इतना ही नहीं वह अपने चाचा शिवपाल यादव को नेता प्रतिपक्ष बना सकते हैं।
बता दें कि अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से वर्तमान में विधायक हैं और अब वे कन्नौज से लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद बन गए हैं। नियम के मुताबिक अखिलेश यादव को किसी एक पद से इस्तीफा देना होगा। अगर वे विधायकी से इस्तीफा देते हैं तो उनकी जगह करहल सीट से तेज प्रताप यादव को चुनाव लड़ाया जा सकता है। यूपी में लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद अखिलेश यादव केंद्रीय राजनीति में अपने दखल को बढ़ाएंगे।
दरअसल, अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी देश में तीसरी सबसे बड़े पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है। सपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 37 सीटों पर जीत दर्ज की है। साथ ही उसका वोट प्रतिशत 33 फ़ीसदी से ज्यादा है। यूपी में सबसे बड़ा झटका सत्ता पर काबिज बीजेपी को लगा है। पार्टी प्रदेश में 62 सीटों से घटकर 33 पर पहुंच गई है।