आजमगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान सीएम ममता बनर्जी पर बोला हमला
भोपाल । कलकत्ता हाईकोर्ट के पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों को ओबीसी आरक्षण पर आए फैसले को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की तीखी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने सीधे-सीधे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह देश में बंटवारे के बीज बो रही हैं। कुर्सी के लिए गंदा खेल खेला जा रहा है। जनता इसका जवाब देगी।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों को ओबीसी आरक्षण देने के फैसले को रद्द कर दिया है। इस पर डॉ. मोहन यादव ने आजमगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि भाजपा हमेशा से सबका साथ सबका विश्वास की बात करती आई है। धार्मिक आधार पर आरक्षण का विरोध करती आई है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया है कि ममता बनर्जी की सरकार ने एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग का आरक्षण काटकर मुस्लिम वर्ग को जो आरक्षण दिया है, वह गलत है। इसे रद्द कर दिया है। एससी-एसटी और ओबीसी को उनका हक वापस दिया जा रहा है। यह गलती कांग्रेस ने भी की है।
ओबीसी का हक काटकर मुस्लिमों को दिया
आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में ओबीसी का हक काटकर मुस्लिमों को दिया गया है। मुस्लिमों को आरक्षण देना न केवल एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग को अधिकारों से वंचित करना है। बल्कि हमारी संविधान की मूल भावना के भी खिलाफ है। बाबा साहब अंबेडकर का अपमान है। संविधान के बाहर जाकर राजनीतिक स्वार्थ और तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस, ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी और अन्य पार्टियां जिस तरह का काम कर रही हैं, उसकी मैं घोर निंदा करता हूं। काल के प्रवाह में एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के साथ जो अन्याय इन लोगों ने किया है, वह अपनी स्थिति स्पष्ट करें। डॉ. यादव ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी बेशर्मी से कह रही हैं कि मैं कोर्ट के फैसले को नहीं मानूंगी। जनता सब समझती है। वह ही फैसला करेगी। भाजपा शुरू से कहती रही है कि इसी मानसिकता की वजह से देश का बंटवारा हुआ है। 1947 में धर्म के आधार पर ही देश बंटा था। ममता बनर्जी फिर से देश में बंटवारे के बीज बो रही है। कुर्सी के लिए यह बहुत गंदा खेल खेला जा रहा है। मैं इसकी घोर निंदा करता हूं।
राहुल पर भी बरसे
डॉ. यादव ने कहा कि राहुल गांधी ने भी बयान दिया है कि अतीत में उनकी पीढिय़ों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और यूपीए चेयरपर्सन के तौर पर सोनिया गांधी ने भी एससी-एसटी और ओबीसी के साथ अन्याय किया है। अब वह कह रहे हैं कि मैं इनकी लड़ाई लडूंगा। काल के प्रवाह में इन लोगों ने पीढिय़ों के साथ अन्याय किया है। यह निंदनीय है। मैं बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को नमन करता हूं। यह लोग तो बाबा साहब का भी विरोध करते रहे। बाबा साहब को भारतरत्न नहीं देने दिया। कांग्रेस के लोगों ने तो बाबा साहब का तैल चित्र भी संसद में नहीं लगने दिया। यह सारे घमंडिया लोग हैं। स्वार्थ की खातिर सरकार बनाना चाहते हैं। सरकार के जरिये समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं।