साल 2023 का आखिरी महीना आ चुका है, पिछले 24 घंटों में इकोनॉमी और राजनीति के फ्रंट से मोदी सरकार के लिए कम से कम पांच अच्छी खबरें आई हैं. दरअसल, कुछ महीनों के बाद देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसकी तैयारी में बीजेपी समेत तमाम पार्टियां जुट गई हैं. लोकसभा चुनाव से पहले 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. इसके अलावा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शानदार जीडीपी (GDP) ग्रोथ रेट ने सरकार का हौसला बढ़ाने का काम किया है. आइए एक-एक करके 5 ऐसी खबरें बताते हैं, जो सरकार के लिए बेहद सकारात्मक है.
1. दूसरी तिमाही में शानदार GDP ग्रोथ रेट: 30 नवंबर को जीडीपी के आंकड़े सामने आते ही, कुछ देर के बाद ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर करते हैं. दरअसल चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अनुमान से बेहतर इकोनॉमी की रफ्तार रही है. दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.6 फीसदी दर्ज की गई. जबकि देश केंद्रीय बैंक ने 6.8 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया था. ऐसे में 7.6 फीसदी का आंकड़ा सरकार के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आई. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा कि ग्लोबल चुनौतियों के बावजूद देश की इकोनॉमी तेज गति से आगे बढ़ रही है.
3. औद्योगिक उत्पादन ने पकड़ी रफ्तार: अक्टूबर महीने में कोर सेक्टर से भी शानदार आंकड़े सामने आए हैं, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अगस्त के बाद दूसरी बार कोर सेक्टर ने दहाई अंक में बढ़ोतरी दर्ज की है. अक्टूबर में कोर सेक्टर में 12.1 फीसदी की बढ़ोतरी रही, आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में कोयले के उत्पादन में पिछले साल अक्टूबर की तुलना में 18.4%, स्टील में 11%, सीमेंट में 17.1%, खाद में 5.3%, प्राकृतिक गैस में 9.9%, रिफाइनरी उत्पाद में 4.2% और कच्चे तेल में 1.3% की बढ़ोतरी रही. कोर सेक्टर में आठ प्रमुख सेक्टर शामिल हैं, जिनमें कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, खाद, स्टील, सीमेंट व बिजली शामिल हैं. अक्टूबर में सबसे अधिक बिजली के उत्पादन में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 20.3% का इजाफा रहा.
4. नवंबर में शानदार GST कलेक्शन: जीसीटी कलेक्शन के मोर्चे पर भी मोदी सरकार को शानदार कामयाबी मिली है, नवंबर 2023 में GST कलेक्शन कुल 1,67,929 लाख करोड़ रुपये रहा है, जिसमें सालाना आधार पर रिकॉर्ड 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, वित्त वर्ष 2023-24 में नवंबर छठा महीना है, जब जीएसटी कलेक्शन 1.60 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है.
इसके अलावा भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी नवंबर में थोड़ा सुधार देखने को मिला है. S&P ग्लोबल PMI 55.5 से बढ़कर 56.0 हो गया. यह बेहतर ऑपरेटिंग कंडीशन को दर्शाता है. नियम के मुताबिक अगर रीडिंग 50 से ज्यादा है तो इसका मतलब ग्रोथ है, और अगर यह 50 से नीचे है तो गिरावट का संकेत देता है. अक्टूबर में सुस्ती के बाद नवंबर में ग्राहकों की बढ़ती मांग और इनपुट की बेहतर उपलब्धता के कारण उत्पादन वृद्धि में तेजी आई, जिससे उत्पादन मात्रा में वृद्धि हुई. इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट से भी सरकारी खजाने पर कम दबाव पड़ा है.
5. विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए अच्छे संकेत: मोदी सरकार के लिए 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव भी अहम हैं, इसे लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी, लेकिन उससे पहले तमाम एग्जिट पोल में बीजेपी के लिए अच्छे संकेत दिख रहे हैं. मध्य प्रदेश में बीजेपी की सत्ता बनी रह सकती है, जबकि राजस्थान और छतीसगढ़ में बीजपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. इन 5 राज्यों के नतीजे मोदी सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, इन परिणामों में लोकसभा चुनाव के संकेत मिल सकते हैं.
2. शेयर बाजार ने रचा इतिहास: मौजूदा हफ्ता शेयर बाजार के लिए बेहद शानदार रहा. हफ्ते की शुरुआत में बाजार में 4 ट्रिलियन मार्केट कैप के आंकड़े को पार कर गया. दुनिया के पांच सबसे बड़े स्टॉक मार्केट में भारत 5वें पायदान पर है. वहीं GDP का भी शुक्रवार को शेयर बाजार ने जोरदार तरीके स्वागत किया. निफ्टी ने ऑल टाइम हाई की नई लकीर खींच दी है.इससे पहले सितंबर-2023 में निफ्टी में ऑल टाइम हाई लगाया था, जो 1 दिसंबर को टूट गया और निफ्टी ने 20,291.55 अंक का नया हाई बनाया है. ऐसे में शेयर बाजार का जोश हाई है, और सरकार के लिए ये किसी बूस्टर डोज से कम नहीं है.