Khabarkhabaronki.com Desk, 06 अगस्त। लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को अचानक हुए बम विस्फोट में अब तक जर्मन राजनयिक समेत 137 लोगों की मौत हो चुकी है और पांच हजार से भी ज्यादा लोग घायल हैं। यह संख्या अभी लगातार बढ़ने की आशंका है। धमाका बेरूत बंदरगाह के पास उस वेयरहाउस में हुआ, जिसमें 2,500 किलोग्राम से भी ज्यादा अमोनियम नाइट्रेट रखा हुआ था।

ब्राइडल शूट कर रहा क्रू दुल्हन समेत उड़ा, दुल्हन बोली‑क्या मैं मर रही हूं

धमाके के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, लोगों द्वारा अलग-अलग जगह और एंगल से बनाए गए इन वीडियो में धमाके की तीव्रता का साफ पता लग रहा था। हाल ही में तेजी से वायरल एक वीडियो में दुल्हन धमाके से ठीक पहले सफेद गाउन में ब्राइडल शूट करवा रही है। अचानक धमाके की तेज आवाज से निकले शॉक वेव में सब कुछ बिखर जाता है। धमाके की शॉकवेव इतनी तेज थी कि कैमरा क्रू और दुल्हन समेत मौजूद सभी लोग काफी दूर जाकर गिरे। वीडियो में धमाके के बाद तबाही और अफरातफरी का मंज़र  नजर आ रहा है। 

विस्फोट के रोज दुल्हन बनी इसरा, संयुक्त राज्य में डॉक्टर है। एक दिन बाद भी, वह और उनके पति  बेरुत के कारोबारी अहमद सुबेह कुछ नहीं समझ पाए। दोनों उस दिन को भूलने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसरा ने समाचार एजेंसियों को बताया कि वह दो सप्ताह से तैयारी में जुटी हुई थी, और बाकी लड़कियों की तरह खुश थी। माता-पिता मुझे एक सफेद ब्राइडल पोशाक में देख खुश हो रहे थे, कह रहे थे कि मैं राजकुमारी की तरह जंच रही हूं। अचानक विस्फोट जो हुआ उसको समझाने के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं है… मैं चौंक गई थी, सोच रही थी कि क्या हुआ, क्या मैं मरने जा रही हूं? मैं कैसे मरने जा रही हूं?

विस्फोट को याद करते हुए इसरा-सुबेह ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। बंदरगाह में असुरक्षित परिस्थितियों में सालों से अत्यधिक विस्फोटक सामग्री के विशाल भंडार जमा करने का आरोप लगाया है। इसरा ने कहा कि मैं उन लोगों के लिए बेहद दुखी हूं, जो इस विस्फोट में नहीं रहे।

250 किलोमीटर दूर सायप्रस में सुना गया धमाका

अतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के मुताबिक धमाके वाली जगह को पूरी तरह सील कर दिया गया है, और राहत बचाव कार्य के लिए सेना को लगा दिया गया है। 2,750 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट से हुए धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि इलाके में मकान, सड़कें, अस्पताल और गाड़ियां भी टूटफूट गईं। इतना ही नहीं धमाके की आवाज को 250 किलोमीटर दूर सायप्रस में भी सुना गया।

गोदाम में लापरवाही से जमा थे भारी मात्रा में पटाखे  

शुरुआती जांच में बेरूत बंदरगाह पर विस्फोट के लिए लापरवाही का आरोप लगाया गया है। स्थानीय टीवी चैनलों के मुताबिक, पोर्ट के पास जहां धमाका हुआ, वहां एक गोदाम में पटाखे जमा किए गए थे।

एफिल टॉवर ने शोक में कीं लाइट्स बंद

आम आदमी से संयुक्त राष्ट्र तक सभी ने जानलेवा धमाके को लेकर चिंता जताई है। बचाव टीमों ने शवों को बाहर निकाला तो भारी संख्या में लापता लोग भी मिले, जो मलबे में दबे हुए थे। शोक संवेदना प्रकट करते हुए एफिल टॉवर ने भी अपने लाइट्स बंद कर दी। लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दीब ने गुरुवार से देश में तीन दिनों के शोक की घोषणा की है।

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