नई दिल्ली, 06 अगस्त। नई दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके में 13 साल की लड़की घर में अकेली थी। आस-पास के ही कुछ युवक उसके माता-पिता और बड़ी बहन काम पर जाने और लौटने के वक्त की रैकी कर रहे थे। मंगलवार अपरांह लड़की का अकेली होना सुनिश्चित होते ही लड़कों ने बरगला कर दरवाजा खुलवाया और रेप कर डाला। लड़की ने प्रतिरोध किया तो कैंचियां घोप दीं, लड़की को मरा हुआ समझ फ़रार हो गए। खून से लथपथ बच्ची अधमरी हालत में पड़ौसी के दरवाजे तक पहुंची, तब पुलिस को कॉल किया गया। बच्ची की हालत अभी भी नाज़ुक बताई जा रही है। दिल्ली महिला आयोग ने गुरुवार को इस संबंध में पुलिस को नोटिस भेजा है।
खून से लथपथ बच कर पहुंची पड़ौसी
दरिंदों से बच कर नाबालिग पीड़िता जैसे-तैसे पड़ोसी के दरवाजे तक पहुंची। उसके निजी अंगों से लगातार खून बह रहा था। तुरंत ही मामले की सूचना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना पर पश्चिम विहार थाने की पुलिस टीम पहुंची। पीड़िता को तत्काल संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया, बाद में एम्स रैफर कर दिया गया, उसकी हालत अब तक गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने हत्या की कोशिश और पॉक्सो समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
मजदूरों का आवास है इमारत, दोपहर से शाम तक रहती है सूनी
नाबालिग पीड़िता परिवार मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। वह जिस इमारत में किराए पर रहता है उसकी तीन मंजिलों में छोटे-छोटे करीब 25 कमरे बने हुए हैं। इनमें अधिकतर आसपास की फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर रहते हैं। पीड़िता माता-पिता और एक बड़ी बहन के साथ रहती है। इमारत में रहने वाले फैक्ट्री में मजदूर हैं, सुबह काम पर चले जाते हैं। इमारत में कुछ बुजुर्ग और अवकाश मना रहे मजदूर ही रह जाते हैं। पीड़िता रोज कमरे में परिजन के आने तक अकेली ही रह जाती है। प्रारंभिक परीक्षण में आस-पास ही रहने वाले दो लड़कों के शामिल होने की बात सामने आई है।
महिला आयोग ने भेजा पुलिस को नोटिस
माना जा रहा है कि किसी धारदार हथियार से उसपर वार किया गया है। पहले उसे संजय गांधी अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने इलाज के लिए सिर व कटे हुए हिस्सों में टांके लगाए, लेकिन उसकी बिगड़ती हालत देखकर उसे एम्स रेफर कर दिया। एम्स में बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है। फिलहाल पुलिस मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है। मामले में दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।