अयोध्या, 04 अगस्त। नगर ‘अयोध्या’ को लोग अब मात्र अयोध्या कर कर संबोधित नहीं करते, राम लला की इस जननी जन्मभूमि को ‘अयोध्या जी’ ही कहते हैं। अपने लाड़ले राम लला की स्मृतियों को संजोए मंदिर के पुनर्निर्माण की नींव रखे जाने के हुलास को अयोध्या जी छिपा नहीं पा रहीं, रामलला के शैशव की साक्षी नगर वीथियां इस सुअवसर के लिए गेरुआ ओढ़े सज्ज हैं। घर-घर हर पुरजन का मुंह मीठा कराने के लिए लड्डू बनकर तैयार हैं। मंदिरों की चहल-पहल में उत्साह-उमंग उछाहैं भर रही है। अयोध्या जी का वायुमंडल रामधुन और संगत करते मंजीरों की झंकार से गूंज रहा है। आइये khabarkhabaronki.com पर, निकल पड़िये इस दिव्य नगरी की भव्य सैर पर, सुहावने दृश्यों के साथ….