ग्वालियर, 29 जुलाई। जिस ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की प्रतिरोध क्षमता (इम्युनिटी) की CM शिवराज सिंह ने तारीफ की थी वहीं COVID-19 ने विस्फोटक रूप धारण कर लिया है। यहां अब तक 2100 लोग पॉजिटव पाए गए हैं, जबकि 17 की मौत हो चुकी है। मंगलवार को CRPF कैंप में एक साथ 30 जवान पॉजिटिव पाए गए थे, जबकि बुधवार को डॉक्टर के पॉजिटिव आने से हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ परिसर को सील करना पड़ा। बताया गया है कि कोरोना संक्रमित डॉक्टर ने कई वकीलों, अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों का परीक्षण किया था, इन सभी लोगों को टेस्ट किया जाएगा।         

हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ परिसर में स्थित सिविल डिस्पेंसरी के डॉक्टर आरके चतुर्वेदी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में हाईकोर्ट प्रशासन ने 2 दिन के लिए पूरे परिसर को सील कर दिया है। गौरतलब है कि सिविल डिस्पेंसरी में तैनात डॉक्टर आरके चतुर्वेदी लंबे अरसे से यहां पदस्थ हैं, और मरीजों का इलाज करते हैं। उनके पास अधिकांश वकील और हाईकोर्ट के कर्मचारी अधिकारी भी परामर्श लेने के लिए आते हैं। खास बात यह है कि इसी परिसर में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा है, जिसमें अधिकांश हाई कोर्ट जज, वकील और दूसरे अधिकारी-कर्मचारियों के खाते हैं। इसके अलावा परिसर में ही पोस्ट ऑफिस भी है, जहां से रजिस्ट्री आदि की जाती हैं, और सैकड़ों लोगों का आना-जाना रहता है।

परिसर में VC समेत सभी गतिविधियां बंद

डॉ.चतुर्वेदी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद ग्वालियर खंडपीठ परिसर को 2 दिन के लिए सील कर सभी गतिविधियों को रोक दिया गया है। हाईकोर्ट के मुख्य गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने किसी भी तरह का प्रवेश वर्जित कर दिया है। खास बात यह है कि कोरोना संक्रमण के कारण वैसे भी पिछले 3 महीनों से हाईकोर्ट वैसे भी बंद चल रहा है, और जरूरी प्रकरणों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई हो रही है। परिसर लॉक होने से अब सुनवाई भी रोक दी गई है। हाईकोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि सतर्कता और सावधानी के चलते फिलहाल यह कदम उठाया गया है। अब यह पता किया जा रहा है कि कौन-कौन लोग कर्मचारी अधिकारी और अधिवक्ता डॉक्टर चतुर्वेदी के संपर्क में आए थे। उसके बाद सभी का कोरोना टेस्ट भी किया जाएगा।

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