भोपाल, 19 जुलाई। कांग्रेस दिग्गज दिग्विजय सिंह ने राजस्थान में चल रहे सियासी ड्रामे पर सचिन पायलट को नसीहत दी है। दिग्विजय सिंह ने रविवार को भोपाल में PTI को दिये साक्षात्कार में ड्रामे के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया और सचिन पायलट को पार्टी में ही बने रहने का मशविरा दिया। मध्यप्रदेश के Ex-CM दिग्विजय सिंह ने कहा कि सचिन पायलट को ज्योतिरादित्य सिंधिया का अनुसरण करते हुए भाजपा में नहीं जाना चाहिए, क्योंकि उनका कांग्रेस में भविष्य उज्ज्वल है।
कांग्रेस ने सचिन को कम उम्र में बहुत कुछ दिया, समय उनके पक्ष में
सचिन पायलट के राजस्थान में CM अशोक गहलोत की सरकार के विरुद्ध विद्रोह कर रहे हैं, इस बारे में दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने सुना है कि वह (पायलट) एक नई पार्टी बना सकते हैं, लेकिन इसकी जरूरत ही क्या है। कांग्रेस ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। कांग्रेस ने सचिन पायलट को 26 साल की उम्र में सांसद, 32 की उम्र में सांसद व केंद्रीय मंत्री, 34 साल का होते ही राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष बनाया। सिंह ने कहा कि 38 साल की उम्र में राजस्थान का डिप्टी CM बनना दिखा रहा है कि समय उनके पक्ष में है, और उनका भविष्य कांग्रेस में उज्ज्वल है।
पहली बार सचिन पायलच ने नहीं दिया फोन और मैसेज का जवाब
दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने पायलट को बुलाने की कोशिश की लेकिन उनके कॉल और टेक्स्ट मैसेज को कोई जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने सचिन से कहा कि अशोक गहलोत ने भले ही आपको नाराज कर दिया हो, लेकिन इस तरह के सभी मुद्दे सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किए जाते हैं, सिंधिया ने भाजपा में जाने की जो गलती की, वह मत कीजिए। दिग्विजय ने भाजपा को अविश्वसनीय करार देते हुए कहा कि बाहर से यहां आकर कोई भी सफल नहीं हुआ है। दिग्विजय ने कहा कि सचिन मेरे बेटे जैसा है, वह मेरा सम्मान करता है, और मैं भी उसे पसंद करता हूं। मैंने उसे तीन-चार बार फोन किया और उसे टेक्स्ट भी किया। दिगिविजय नें दुख जताया कि सचिन पहले तुरंत जवाब देता था, लेकिन पहली बार जवाब नहीं दिया है।
मतभेद भुलाकर वापसी करें और कांग्रेस को मजबूत बनाने पर करें चर्चा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि महत्वाकांक्षी होना अच्छा है। महत्वाकांक्षाओं के बिना कोई कैसे आगे बढ़ सकता है, लेकिन महत्वाकांक्षा के साथ-साथ आपके संगठन, विचारधारा और राष्ट्र के प्रति भी प्रतिबद्धता होनी चाहिए। दिग्विजय ने शिकायत करते हुए कहा कि यदि पायलट के पास कोई मुद्दा था, तो राज्य पार्टी इकाई के अध्यक्ष के रूप में, उन्हें एक बैठक बुलाकर इस मामले पर चर्चा करनी चाहिए, उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि पायलट मतभेदों को सुलझाने के लिए गहलोत के साथ बातचीत में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे को शामिल कर सकते हैं। पायलट मतभेदों को सुलझाने के लिए गहलोत के साथ बातचीत में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे को शामिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पायलट को जो कुछ भी हुआ है उसे भूल जाना चाहिए, वापस आना चाहिए और चर्चा करनी चाहिए कि कांग्रेस को कैसे मजबूत किया जा सकता है।