दौड़े-दौड़े पहुंचे मंत्री जी, नागरिकों को दी सफाई और कहा‑ जल्द दूर होंगी सारी समस्याएं
ग्वालियर, 19 जुलाई। अब तक माना जाता रहा है कि चुनाव आते ही जनप्रतिनिधि मतदाता को लुभाना शुरू कर देते हैं, फिर अगले चुनाव तक के लिए गायब हो जाते हैं। अब तक चुनाव पूर्व माहौल को अवसर बनाकर जनप्रतिनिधि जनता की मांगे मानकर वोटों की फसल काटते रहे हैं। हालांकि अब जनता भी चुनावों की आमद को अवसर बनाकर फायदा उठाने को मुखर होने लगी है। मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनावों की आहट और संभावित प्रत्याशियों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए जनता शर्तें उठाने लगी है।
शनिवार को हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में पहुंचे सिंधिया समर्थक कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के विधानसभा क्षेत्र में स्थित बहोड़ापुर इलाके के शील नगर में स्थानीय निवासियों ने सड़क व सीवर जैसी मूलभूत समस्याओं के निदान के लिए चुनावों के बहिष्कार की घोषणा कर दी है।
बहिष्कार की धमकी मिलते ही खद पहुंच गए मंत्री जी
शील नगर के नागरिकों के मुताबिक इलाके में सीवर और सड़क की हालत बेहद खराब होने से विकराल पैदा हो गई है। ग्वालियर विकास प्राधिकरण की इस कॉलोनी में लंबे अरसे से सड़क व स्थानीय सीवर-लाइन मेन लाइन से जोड़ने की मांग की जाती रही है। नागरिकों के मुताबिक बीते माह हाल ही में मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री बने प्रद्युम्न सिंह तोमर ने समस्याओं के जल्द निराकरण का भरोसा दिलाया था, लेकिन मानसून सर पर है, और अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उपचुनाव की तैयारियों के दौर है लिहाजा मंत्री प्रद्युम्न तोमर किसी भी तरह की विपरीत स्थितियां बनने देने का जोख़िम नहीं उठा सकते। चुनाव बहिष्कार के बैनर लगने की सूचना मिलते ही मंत्री जी खुद स्थानीय लोगों के बीच पहुंच गए।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्थानीय नागरिकों की समस्याएं सुनी और जानकारी दी कि शीलनगर में 95 लाख रुपए की लागत से सीमेंट कंक्रीट सड़कों का निर्माण होना है। जिसके टेंडर सोमवार 20 जुलाई को खुलने वाले हैं। उन्होंने नागरिकों को आश्वस्त किया कि जल्द ही सड़क और सीवर की समस्या से लोगों को निजात दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके नाम से कुछ लोग विरोध करने के नए-नए हथकंडे अपना कर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इस सबसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि वह जनसेवक जनता के लिए ही बने हैं, और ताउम्र जनता के साथ रहकर वचन निभाएंगे।