ग्वालियर, 20 जून। भावी अग्निवीरों को भड़का रहे पूर्व-सैनिक और कोचिंग संचालक का वीडियो वायरल हुआ है। पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपी को पूछताछ के लिए रोका भी था, लेकिन पूर्व-सैनिक होने  लाभ लेकर यह छूट गया था। सोमवार को कोचिंग के प्शिक्षार्थियों  को भड़काते हुए आरोपी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उस पर पाच हजार रुपए का इनाम घोषित कर खोज प्रारंभ कर दी है। प्रशिक्षुओं को भड़का रहे फिजीकल ट्रेनर केंद्र सरकार की अग्निपथ सेना भर्ती योजना के प्रति षड़यंत्र पूर्वक अशांति और अराजकता की परिस्थितियां निर्मित की जा चुकी हैं। इस षड़यंत्र में देश भर में सेना भर्ती के कोचिंग संचालकों की भूमिका सामने आई है। इस संबंध में ग्वालियर में कोचिंग संचालकों के साथ ही शारीरिक शिक्षण प्रशिक्षकों के भी षड़यंत्र में सम्मिलित होने के प्रमाण भी सामने आए हैं। सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक शारीरिक शिक्षण प्रशिक्षक और पूर्व सैनिक मनोज परमार सोशल मीडिया पर प्रशिक्षुओं को भड़का रहा है। ग्वालियर में 50 से ज्यादा फिजिकल ट्रेनर है, इनमें से पांच की भूमिका आपत्तिजनक पाई गई है। ज्ञातव्य है कि गोला का मंदिर चौराहे पर 16 जून को जमकर युवाओं ने उपद्रव किया था। बिरला नगर रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ करने के अलावा आगजनी भी की गई थी। अप और डाउन ट्रैक को कई घंटे बंद रखा गया था। वायरल वीडियो में मनोज फौजी लोगों को केंद्र सरकार की नई स्कीम के खिलाफ भड़काता हुआ दिखाई दे रहा है। दो बार उपद्रव के बाद प्रशासन सतर्क, फिजीकल ट्रेनर से सख्ती दो बार के उपद्रव के बाद अब जिला प्रशासन सतर्क हुआ है और शारीरिक शिक्षण प्रशिक्षकों को भी एसडीएम से अनुमति के बाद ही अपनी कोचिंग संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। शारीरिक शिक्षण प्रशिक्षकों को अपने कोचिंग संस्थान के प्रशिक्षुओं के विवरण सुरक्षित रखते हुए जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने होंगे। जिला प्रशासन इन विवरणों के आधार पर भविष्य में उपद्रवी प्रशिक्षुओं को पहचान कर उनके विरुद्ध उचित कार्रवाई की जा सके।

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