ग्वालियर, 06 जून। कांग्रेस के प्रवक्ता रहे ऋषभ भदौरिया ने पत्नी भावना की सोमवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी। मां की हत्या के समय् दोनों बच्चे पास ही सो रहे थे। पति के मन में उपजे कुछ संदेहों पर पत्नी से विवाद हुआ। पति ने अचानक क्रोध में आकर पिस्तोल से गोलियों से भून डाला। पत्नी ने भाग कर बचने की कोशिश भी की, किंतु दनादन दागी गोलियां सिर को भेद गईं। आरोपी ऋषभ कांग्रेस का प्रवक्ता भी रह चुका है। हत्या के बाद ऋषभ पिस्टल समेत फ़रार हो गया। बच्चों के सामने पत्नी को भून डाला गोलियों से…..
ग्वालियर के ठाटीपुर क्षेत्र में रामनगर निवासी कांग्रेस नेता ऋषभ सिंह भदौरिया ने सोमवार रात तीन बजे पत्नी भावना से विवाद प्रारंभ किया। उसे शक था कि पत्नी उससे कुछ छिपा रही है। विवाद के दौरान ऋषभ ने चीख-चीख कर पत्नी से गाली-गलौज करने लगा। परिणाम स्वरूप पास ही सो रहे उनके दोनों बच्चों की नींद खुल गई। इसी बीच ऋषभ ने भावना पर पिस्तौल तान दी। बचने के लिए भावना कमरे से बाहर भागने लगी, किंतु आंगन तक पहुंचते ही ऋषभ की पिस्तौर से दनादन निकल रही गोलियों ने उसके सिर को भेद दिया, इससे भावना की तत्काल मृत्यु हो गई। पत्नी को गिरते देख ऋषभ कमरे में अंदर आया आवश्य सामग्री एकत्रित कर फ़रार हो गया।
बेटे-बहू की चीख-पुकार सुन गहरी नींद में सो रहे परिजन जाग कर उनके कमरे की ओर भागे, किंतु तब तक ऋषभ पत्नी की हत्या कर फ़रार हो चुका था। पिता कृष्णकांत ने पुलिस को हत्या सूचना दी। पुलिस ने प्रारंभिक विवेचना के बाद पति-पत्नी के बीच पनपे संदेह को हत्या का कारण माना है।
आपराधिक मानसिकता का है ऋषभ, दिग्गज राजनेताओं से रही है समीपता
आरोपी ऋषभ भदौरिया। कांग्रेस का प्रदेश प्रवक्ता रहा है। उस पर 2001 में बहन की हत्या का भी आरोप लगा था। ऋषभ को चेतकपुरी में हुई एक लूट में भी आरोपी माना गया था। ग्वालियर के थाटीपुर में दो अप्रैल 2018 को हुई जातिगत हिंसा में भी उसके विरुद्ध दो प्रकरण अभिलेखित कि गए थे। ऋषभ भदौरिया को 2020 में जिला बदर किए जाने का नोटिस भी दिया गया था। उस के विरुद्ध लूट और हत्याओं के चार प्रकरण विवेचनाधीन हैं। आरोपी के कमरे में कई बड़े नेताओं के साथ उसके फोटो लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ भी उसका एक फोटो दिखा। प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री के साथ भी उसकी फोटो हैं।