


गोरखपुर, 05 अप्रेल। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में ‘अल्लाहु अकबर’ के नारों के घुसने की हिमाकत करने वाले और रोके जाने पर गड़ांसा से दो सुरक्षाकर्मियों को घायल कर देने वाले आतंकी को परिजन पागल सिद्ध करने में जुट गए हैं। यद्यपि हमलावर मुर्तजा अब्बासी के तार वैश्विक आतंकी संगठन ISIS से जुड़े होने की सच्चाई भी उजागर होने लगी है। उसके लेपटॉप और दूसरे गजेट खंगाले जान पर सामने आया है कि वह यूट्यूब पर ज़ाकिर नाइक के जिहादी वीडियो देखता था। मुर्तजा इसके साथ ही खूंखार आतंकी अबू हमजा के ‘लोन-वुल्फ अटैक’ के भी वीडियो देखता था। उत्तरप्रदेश पुलिस के साथ ही ATS व NIA जैसी एजेंसियां भी हमले के पीछे बड़ी साजिश का आशंका जताते हुए आतंकी दृष्टिकोण से जाँच कर रही हैं। मुर्तजा को को पागल सिद्ध करने के प्रयासों पर प्रश्न यह उठता है कि जो आतंकी लोन-वुल्फ अटैक जैसी शातिर पैंतरे आपना रहा था, क्या वह मात्र मानसिक संतुलन खोया अबोध है?
गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर पर अहमद मुर्तजा अब्बासी नाम के एक शख्स ने धारदार हथियार से हमला बोल दिया था, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। आतंकी आक्रमणकारी मुर्तजा अब्बासी को IIT मुंबई से पासआउट केमिकल इंजीनियर बताया जा रहा है। वह ‘लोन-वुल्फ अटैक’ की आतंकी रणनीति के साथ 10 मिनट तक गमछे में छिपा कर लाए गए गड़ांसे से सुरक्षा जवानों से संघर्ष करता रहा और दो को गंभीर रुप से घायल भी कर दिया। ध्यान देने योग्य यह भी है कि इस मठ के मंहत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। ऐसे षड़यंत्रकारी ज़िहादी को सिरफिरा और सनकी बता बचाव करने वालों की मानसिकता को भी सरलता से समझा जा सकता है। आइये समझते हैं कि केमिकल इंजीनियर मुर्तजा कितना शातिर जिहादी है–
- पुलिस अन्वेषण में निकला है कि वह आतंकी हमले के लिए मानसिक और रणनीतिक रूप से सज्ज था, जिसका प्माण उसके लैपटॉप और मोबाइल में मिले वीडियोज हैं। इन्हें देखकर ही उसका ब्रेनवॉश हुआ था। वह ज़ाकिर नाइक जैसे भारत-विरोधी जिहादी से प्रभावित था और खूंखार आतंकी अबू हमज़ा के ‘लोन-वुल्फ अटैक’ के वीडियो देखा करता था। उसके मुंबई और नेपाल में भी आतंकी तार फैले हैं इनकी विवेचना की जा रही है। महराजगंज जिले से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, सूत्रों के अनुसार इनके संबंध मुर्तजा से हैं।
- गोरखपुर शहर के ही सिविल लाइंस में रहने वाले इंजीनियर मुनीर अहमद का बेटा मुर्तजा अब्बासी का परिवार पहले मुंबई में रहता था, लेकिन अक्टूबर 2020 से गोरखपुर सिविल लाइंस में आकर बस गया। वह बहुधा यूट्यूब पर जिहाद से जुड़े वीडियोज देखा करता था और ऐसी ही वेबसाइट्स सर्च करता था।
- वह कई कट्टर इस्लामी नेताओं को सोशल-मीडिया पर फॉलो करता था। 2015 में केमिकल इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद उसने दो बड़ी कंपनियों में नौकरी भी की है।
- परिवार का कहना है कि 2017 से ही उसकी मानसिक हालत का इलाज कराया जा रहा है और उसकी बीवी उसे छोड़ कर जा मायके में रह रही है। यदि वह पागल था तो उसने IIT की कठिन परीक्षा पास कर सर्वोच्च रैंकिंग वाले IIT मुंबई में प्रवेश कैसा प्राप्त किया।
- परिजन बता रहे हैं कि अप्रैल 2018 में गाजीपुर निवासी पत्नी के अलग होने के बाद उसके दूसरे निकाह की तैयारी भी की जा रही है। जौनपुर के किसी परिवार से इस संबंध में बात चल रही थी। वह पागल है तो परिजन जानबूझ कर एक भली-चंगी युवती का जीवन क्यों बर्बाद करना चाहते हैं।
- उसके गैजेट्स से आतंकी संगठन ISIS और सीरिया से जुड़े कुछ साहित्य मिले हैं। अधिकारी कह चुके हैं कि मुर्तजा किसी गंभीर षड़यंत्र का हिस्सा हो सकता है। वह अंदर जाकर श्रद्धालुओं को क्षति पहुँचा सकता था। यह भी आशंका है कि वह ‘लोन-वुल्फ अटैक’ के माध्यम से किसी बड़े षड़यंत्र की सफलता के लिए गुप्तचर एजेंसियों का ध्यान भटका रहा है।
- अहमद मुर्तजा अब्बासी के पेन ड्राइव से भी भड़काऊ वीडियोज मिले हैं। उसके मोबाइल में अधिकतर नंबर्स मुंबई के हैं, जिनकी जाँच की जा रही है। उसकी दोस्ती बहुत अधिक लोगों से नहीं थी, बल्कि मात्र कुछ विशेष लोगों से ही है, वही उन्हीं से बातचीत करता था।
- मुर्तजा पहले से ही ATS की रडार पर था। विगत दिनों कुछ लोग उसके घर उससे मिलने भी आए थे, जिनकी बाइक पर लखनऊ का नंबर प्लेट था। एक घंटे की मुलाकात के बाद वह रहस्यमय रूप से घर से लापता होकर नेपाल पहुंच गया था, महराजगंज आकर उसने धारदार हथियार खरीदा। इसके बाद वह मुंबई, जामनगर, कोयंबटूर, नेपाल और लुंबिनी गया था। दिल्ली से मुंबई उसने वायुयान से यात्रा की थी। हाल ही में पुलिस ने महराजगंज से उन संदिग्धों को पकड़ लिया है जो अहमद मुर्तजा अब्बासी को बाइक से गोरखनाथ मंदिर तक छोड़ गए थे। उसने 10 मार्च को ही नया एक लाख रुपए का महँगा लैपटॉप भी खरीदा था।