दमोह, 02 अप्रेल। जबलपुर की बेटी जब निकाह कर दबोह में ससुराल पहुंची तो दो माह तक सब ठीक रहा। इसके बाद जिस 65 वर्षीय ससुर को पिता समझा वही 23 वर्षीय बहू के साथ छेड़छाड़ करने लगा। पति से सिकायत की तो उसने उल्टा ससुर के साथ ही सोने की सजा सुना दी। पति की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो ससुर का साहस बढ़ गया और वह बहू को लगातार हवश का सिकार बनाने लगा। बहू एक बेटी की मां बन गई तब भी ससुर उससे बलात्कार करता रहा। ससुर की जान से मारने की धमकियों, सास के पति का साथ देते हुए उलाहने और पति की हर शिकायत की अनदेखी से परेशान बहू ने परिजन के सहयोग से ससुर व पति के विरुद्ध महिला पुलिस थाने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ससुर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पति फरार हो गया है।
जबलपुर की बेटी ने ससुराल दमोह में जो अमानवीय पीड़ा झेली, khabarkhabaronki.com पर उसी की ज़ुबां में प्रस्तुत है….
मेरा निकाह 11 जनवरी 2020 को दमोह में हुआ था। शादी के बाद दो महीने तो सब ठीक चला। इसके बाद ससुर की नीयत बिगड़ गई। मेरे सिर में फुंसी हुई थी, सास ने सिर में दवा नहीं लगाई औस ससुर को भेज दिया। मुझे लगा था कि वो मुझे बेटी समझते हैं, लेकिन दवा लगाने के बहाने वह गंदी हरकत करने लगे। कभी चेस्ट पर हाथ फेरते तो कभी किचन में आकर बांहों में भर लेते। ससुर ने कई बार मेरे साथ बलात्कार भी किया। सास को बताया तो उसने कहा कि मेरा पति ऐसा कर ही नहीं सकती, तू झूठ बोलती है। जब अति हो गई तो पति को बताया, लेकिन उन्होंने उल्टा मुझे ही दोष दिया। यहां तक आरोप लगा दिए कि मेरा किसी और से अफेयर चल रहा है। पति ने जब यह कहा कि तेरे साथ ऐसा ही होना चाहिए, तुझे तो अब्बा के साथ ही सोना होगा, तब मेरी आत्मा कांप गई और मैंने ठान लिया कि अब और बर्दाश्त नहीं करूंगी।
महिला थाना प्रभारी सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि महिला की शिकायत पर आरोपी ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। पति फरार है। महिला ने बताया उसका ससुर मैकेनिक है। पति मस्जिद के लिए चंदा उगाहने का काम करता है।