ग्वालियर, 25 मार्च। शहर के रॉक्सी पुल क्षेत्र में वर्षों पुरानी पतंग की दुकान के 65 वर्षीय संचालक पर 11 वर्ष की बालिका ने चॉकलेट का लालच देकर दुकान के गोदाम में बलात्कार का आरोप लगाया है। पीड़िता के अनुसार वह मोमोज लेने निकली थी तभी राठौर पतंग भण्डार के संचालक ने उसे रोक कर चॉकलेट का लालच दिया और गोदाम में ले गया। बालिका दुकानदार को अंकल कहती आई थी, इसलिए उसके साथ अंदर चली गई। परिजन के साथ माधौगंज पुलिस थाने पहुंची पीड़िता की शिकायत पर आरोपी चतुर्भुज राटौर के विरुद्ध पॉक्सो समेत विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।  मोमोज खरीदने गई 11 वर्षीय बालिका को बुजुर्ग पतंगबाज ने चॉकलेट का लालच दे बनाया बंधा, मुह आंख बांध किया दुष्कर्म….      

माधौगंज के रॉक्सीपुल के पास रहने वाली 11 वर्षीय 6वीं की विद्यार्थी गुरुवार शाम मां से 20 रुपए ले मोमोज खरीदने निकली थी। घर से बाहर निकलते ही राठौर पतंग भंडार पर बैठे संचालक चतुर्भुज राठौर ने बालिका को देख उसे रोका और बातों में लेकर चॉकलेट का लालच दिया। बालिका चतुर्भुज को पतंग वाले अंकल पुकारती आई है, इसलिए वह चतुर्भुज के साथ दुकान के अंदर चली गई। चतुर्भुज उसे चॉकलेट देने गोदाम में ले गया। पीड़िता ने बताया कि गोदाम में पहुंचते ही चतुर्भुज ने उसके मुंह और आंख पर कपड़ा बांध दिया। उसके हाथ बांध कर दुष्कर्म किया। पीड़िता को घर लौटने में देरी हुई तो परिजन उसे तलाशने लगे। पीड़िता का पिता पंतग भंडार के गोदाम तक भी पहुंचा, किंतु मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ होने के कारण पीड़िता चीख भी नहीं पा रही थी। पीडिता के पिता को बेटी की तलाश में बार-बार गोदाम तक पहुंचते देख आरोपी पीड़िता को गोदाम में छोड़कर भाग गया।

आरोपी को पास न देख पीड़िता बंधन खोल पहुंची घर

आरोपी भाग गया तो पीड़िता का डर दूर हो गया। उसने साहस कर किसी तरह अपने बंधन खोले और बाहर आ गई। रोते-रोते घर पहुंची पीड़िता ने  मां और दादी को आपबीती सुनाई। परिजन बेटी को लेकर पड़ोसी के पतंग बंडार पर पहुंचे, किंतु वह भाग चुका था। परिजन पीड़िता को लेकर माधौगंज पुलिस थाने पहुंचे। महिला पुलिस अधिकारी ने पीड़िता से आपबीती पूंछी तो पीड़िता बोली–पतंग वाले अंकल गंदे हैं। महिला पुलिस अधिकारी  समस्त स्थितियां समझ गई। अधिकारी ने धीरे-धीरे​ समझा बुझाकर बालिका का वक्तव्य लिया औऱ प्राथमिकी पंजीबद्ध की गई। इसके बाद तत्काल पुलिस आरोपी के घर पहुंची और उसे  गिरफ्तार कर लिया।

शहर का जाना-माना पतंगबाज है आरोपी

आरोपी चतुर्भुज राठौर शहर का जाना माना पतंगबाज है। उनका पैतृक पंतग-मांझे का व्यापार करीब एक शताब्दी पुराना है। आरोपी के पूर्वजों के समय से परिवार यह व्यापार करता आया है। क्षेत्र के कई पीढ़ियों के बच्चे यहां से अपनी पसंद का मांझा पतंग ख़रीदते आए हैं। आरोपी चतुर्भुज पतंगबाजी में रुचि रखने वालों में बहुत लोकप्रिय रहा है। उसके इस कुकृत्य पर सबको आश्चर्य हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *