ग्वालियर, 25 मार्च। प्रेम कहें या निर्धन की विवशता, मुरैना जिले के कैलारस कस्बे की 67 वर्षीय रामकली 28 वर्षीय युवक के साथ लिव-इन रिलेशन में रहने के लिए शपथ-पत्र बनवाया है। दोनों का कहना है कि वह साथ रहना चाहते हैं, किंतु विवाह नहीं करना चाहते। दोनों राजस्थान के जयपुर में मजदूरी करते हैं। लिव-इन में रहने पर कोई आपत्ति न करे इस लिए शपथ-पत्र बनवाया है। यद्यपि शपथ-पत्र बनाने वाले अधिवक्ता आरके भारद्वाज के अनुसार इसकी कोई वैधानिक मान्यता नहीं है। बेटे की आयु के युवक के साथ लिव इन संबंध ….
कहते हैं कि जब प्रेम का मद मस्तिष्क पर छाता है तो प्रेमी की नेत्र-ज्योति धुंधलाने लगती है। उसे न आयु दिखती है न रूप-रंग, दिखता है तो बस प्रेमी-प्रेमिका के किसी भी रंग के मुख-मण्डल की गुलाबी आभा। यही हुआ बागी डकैतों के चंबल अंचल में कैलारस कस्बे के इस युगल के साथ। आयु का उत्तरार्ध पार कर रही 67 वर्षीय रामकली बेटे की आयु के 28 वर्षीय भोलू के साथ लिव-इन रिलेशन में रहने लगी।
लिव-इन संबंध, कोई आपत्ति न करे इसलिए बनवाया शपथ-पत्र
दोनों पेट पालने के लिए राजस्थान के जयपुर में रहकर श्रमिक-कर्म करते हैं। किसी ने उन्हें बता दिया कि इस संबंध को अगर न्यायिक रूप देना है तो शपथ-आयुक्त से शपथ-पत्र बनवा कर साथ रखो। रामकली तत्काल भोलू को साथ ले ग्वालियर के जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में पहुंच गई। जैसे ही उसने निश्छल भाव से शपथ-आयुक्त आरके भारद्वाज को बताया कि वह युवक भोलू के साथ लिव-इन रिलेशन में रहती है, परिसर में उपस्थित अधिवक्ता पहले तो आश्चर्य से भर गए, फिर रामकली के निश्छल आग्रह को देख वहां परिहास की लहर तैर गई। बाद में शपथ-आयुक्त ने इस अनोखे युगल की इच्छानुरूप शपथ-पत्र बना दिया।