दो माह के अंदर शहर के घर घर में प्रतिदिन पहुंचेगा पानी
ग्वालियर, 27 मार्च। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में अपने दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन जलालपुर में बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुँचे, उनके साथ इसकी आधारशिला रखने वाली मध्यप्रदेश सरकार की तत्कालीन मंत्री माया सिंह भी मौजूद रहीं। सिंधिया ने कहा कि दो माह के अंदर शहर के हर वार्ड में प्रतिदिन पानी उपल्भद कराया जाएगा। चंबल जल को ग्वालियर लाने किए गए सवाल पर सिंधिया ने संकल्प जताया कि 2050 तक शहर में ऐसी योजना कार्यशील हो जाएगी जो अगल् 100 वर्ष तक शहर की ज़रूरतें पूरी कर सके।
दो माह के अंदर शहर के प्रत्येक वार्ड में प्रतिदिन मिलेगा पानी, स्काडा से होगी निगरानी
ग्वालियर के जलालपुर में अमृत योजना के तहत 160 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का जायजा लेने पहुँचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि वह ग्वालियर की पेयजल आपूर्ति दो माह के अंदर ग्वालियर के 60 वार्डों के सभी घरों को प्रतिदिन पेयजल उपलब्ध कराने के संकल्प पर काम कर रहे हैं। सिंधिया ने उम्मीद जताई कि नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शहर में बनी 42 टंकियां प्रत्येक घर में प्रतिदिन पेयजल पहुँचाने लगेंगी। ज्ञातव्य है कि विगत दो वर्षों से मानसून के रूठने के कारण एक ग्वालियर में दो दिन में एक बार पीने का पानी मिल रहा है। अब प्रत्येक दिन तीन से चार घंटे पानी मिल सकेगा। इस ट्रीटमेंट प्लांट का स्काडा तकनीक से भी जोड़ा जाएगा ताकि आपूर्ति की सतत निगरानी रखी जा सके।
सिंधिया को उम्मीद–2050 तक धरातल पर होगी ऐसी परियोजना जो बुझाएगी अगले 100 वर्ष तक प्यास
सिंधिया रियासत काल में बने तिघरा के बाद ऐसी कोई परियोजना नहीं आई जो शहर की बढ़ती जरूरतों को अगामी शताब्दी तक पूरा कर सके। ज्ञातव्य है कि माधौराव प्रथम के कार्यकाल में आने वालो 100 वर्षों तक शहर की जरूरतें पूरी करने के चिंतन के साथ उस समय के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियर मोक्षगुण्डम डॉ.विश्वेश्वरैया से 1917 तिघरा जलाशय व ट्रीटमेंट प्लांट बनवाया गया था। इस प्लांटसे विगत 100 से भी अधिक वर्ष से शहर की प्यास बुझाई जा रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उम्मीद जताई कि चंबल जल से या किसी भी दूसरी परियोजना से शहर की आगामी शताब्दी के लिए पेयजल आपूर्ति की परियोजना को 2050 तक धरातल पर आ जाएगी।