ग्वालियर, 22 मार्च। विश्वयुद्ध की आशंका का कारण बना रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर शहर के एक ज्योतिषवेत्ता ने भविष्यवाणी की है। भविष्यवाणी के अनुसार त्रिग्रही योग में प्रारंभ हुए इस युद्ध का अंत मार्च के अंत के साथ ही हो जाएगा। भविष्यवक्ता के अनुसार इस काल में गुरु का उदय व बुध-शुक्र का राशिक परिवर्तन युद्ध समाप्त का शुभ परिणाम लाएगा।  

24 फरवरी से चल रहा युद्ध बन चुका है विभीषिका

रूस व यूक्रेन के बीच विगत 24 फरवरी से प्रारंभ हुआ युद्ध अब तक चल रहा है। इस युद्ध में लाखों निर्दोष नागरिकों प्राण जा चुके हैं, किंतु दोनों देशों में से कोई भी पराजय स्वीकार करने को तैयार है नहीं है। नाटो व अमेरिका के उकसावे पर यूक्रेन भी रूसी आक्रमण का भरपूर जवाब दे रहै है, किंतु शक्तिसाली रूस के घातक अस्त्र-शस्त्र शक्ति ने यूक्रेन के शहरों पूरी तरह से नष्टप्राय कर दिया है। विवाद समाप्त होता न देख इसे तीसरे विश्व युद्ध की आधारशिला माना जा रहा है।

ग्वालियर के ज्योतिर्विद का दावा, 31 मार्च तक समझौता कर लेंगे दोनों देश

विश्व भर की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करने वाले इस युद्ध युद्ध पर विश्वभर के ज्योतिषाचार्य भी मंथनरत हैं। कुछ ज्योतिषी इस युद्ध के विश्वयुद्ध में बदलने की भविष्यवाणियां कर रहे हैं। किंतु, अखिल भारतीय ज्योतिष शोध संस्थान वाराणसी के पूर्व प्रधानाचार्य व ग्वालियर के ज्योतिषवेत्ता डॉ.एसएल पचौरी ने विश्व को निश्चिंत रहने के लिए आश्वस्त किया है। डॉ.पचौरी ने भविष्यवाणी की है कि ग्रहों की स्थिति का बदलता स्वरूप इस युद्ध के अगले आगामी सप्ताहांत तक समाप्त हो जाएगा। डॉ.पचौरी का दावा है कि 23 मार्च से 31 मार्च के बीच ऐसी वैश्विक स्थितियां निर्मित होंगी कि दोनों देश अपने अहम छोड़ नागरिकों की कल्याण के लिए समझौता स्वीकार कर लेंगे।

त्रिग्रही योग ने कराया था युद्ध, अब गुरु का उदय कराएगा संधि

अखिल भारतीय ज्योतिष शोध संस्थान बनारस के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ.पचौरी की गणनाओं के अनुसार मकर राशि में मंगल,शुक्र और शनि के त्रिग्रही योग में 22 फरवरी 2022 से दोनों देशों के मध्य विवाद कटुतम हुआ और रूस ने 24 फरवरी को युद्ध की घोषणा कर यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया। युद्ध अब तक अत्यधिक जनहानि एवं यूक्रेन के शहरों के विनाश का कारण बना हुआ है। डॉ.पचौरी के अनुसार गुरु ग्रह 22 फरवरी 2022 को अस्त हो गए थे, किंतु 23 से 31 मार्च के मध्य बुध-शुक्र का राशि परिवर्तन होगा साथ ही गुरु का उदय होगा। इससे बुधादित्य और त्रिग्रही योग समाप्त हो रहा है। यह परिस्थितियां युद्ध समाप्त होने का संकेत मानी जा सकती हैं। डॉ.पचौरी का दावा है कि चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, आगामी ग्रह-स्थिति रूस व यूक्रेन के बीच शांति समझौता कराएगी।  

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