ग्वालियर, 10 मार्च। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को  तीन दिन के प्रवास पर ग्वालियर आए। ग्वालियर आने के बाद सिंधिया सीधे कांच मिल क्षेत्र में स्थापित संजीवनी क्लीनिक का निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए। अचानक केंद्रीय मंत्री को सामने अस्पताल का स्टाफ भौंचक्की रह गया। बाद में सिंधिया सहजता से वार्तालाप कर डॉक्टर व स्टाफ को सहज स्थिति में लाए। सिंधिया ने स्टाफ से जाना कि व्यवस्थाओं के लिए अब क्या आवश्यकताएं पूरी करनी शेष हैं। सिंधिया ने मरीजों से भी बात कर उनका हाल जाना। इस दौरान सिंधिया के साथ ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व भाजपा अध्यक्ष कमल माखीजानी भी मौजूद थे।

कांच मिल में 2019 स्थापित संजीवनी क्लिीनिक में उपचार प्रारंभ हो गया है। जिला अस्पताल एवं जयारोग्य चिकित्सा समूह पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए स्थापित संजीवनी क्लिनिक कैसे काम कर रही है यह देखने के लिए केंद्रीय मंत्री सिधिया दिल्ली ग्वालियर आने के बाद सीधे क्लिनिक पहुंच गए। सिंधिया को आचानक सामने देख पहले तो क्लीनिक में मौजूद डॉक्टर व स्टाफ भौंचक्के रहे गए, किंतु सिंधिया ने उन्हें सहज किया और डॉक्टर व स्टाफ से बात की। सिंधिया ने कहा कि संजीवनी क्लीनिक इसलिए खोले गए हैं ताकि लोगों को बड़े अस्पतालों में जाए बिना ही सहज व सरल तरीके से उपचार सुलभ हो सके। बड़े अस्पतालों की तरह अधिक से अधिक सुविधा व उपचार घर के पास ही मिल सके।

पूरी तरह डिजिटल आधार पर काम होते है संजीवनी क्लिनिक में

संजीवनी क्लीनिक पूरी तरह डिजिटल है, इसमें मरीजों के उपचार की पूरी जानकारी ऑनलाइन रहती है। डॉक्टर को दिखाने के बाद जब मरीज औषधि की केंद्र पर जाएगा तो वहां से डॉक्टर का परामर्श ऑनलाइन देखकर औषधियां दी जाएंगी। साथ ही मरीज को दवा कितनी, कैसे औऱ कब लेनी है यह भी समझाया जाएगा।संजीवनी क्लीनिक से क्षेत्र की जनता को बढ़े अस्पतालों में आने जाने के 100-200 रुपए के व्यय से छुटकारा मिलेगा साथ ही सभी सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। शहर में जल्द ही पीएचई कॉलोनी में भी संजीवनी क्लिनिक और सेवा नगर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा। शहर में कुल छह संजीवनी क्लिनिक प्रस्तावित हैं।

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