कलयुगी श्रवण कुमार ने माता-पिता को मारपीट कर घर से निकाला, फौजी पिता ने लगाया ड्रग-स्मगलिंग का आरोप
ग्वालियर, 02 मार्च। शहर में थाटीपुर थाना क्षेत्र के यमुनानगर में रहने वाले सेवानिवृत फौजी ने बेटा-बहू से ही जान को खतरा बताया है। फौजी पिता ने बताया है कि वह विगत दो-तीन वर्ष से पत्नी समेत कलेक्टर और एसएसपी को आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगाते भटक रहे हैं, किंतु पुलिस ने अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की है। ज्ञातव्य है कि सेवानिवृत फौजी भारत सिंह का बेटा हमीर सिंह फर्जी क्राइम ब्रांच का सिपाही बनकर लोगों से पैसा वसूल करते हुए भी पकड़ा जा चुका है। हमीर सिंह चोरी की बाइक से ड्रग सप्लाई करते हुए पकड़ा जा चुका है औऱ जेल भी रह आया है। पीड़ित पिता का आरोप है कि उनका बेटा हमीर सिंह स्मैक जैसे नशे के कारोबार में लिप्त है। ड्रग्स की खेप सप्लाई के कारण घर में असामाजिक लोगों का आना जाना लगा रहता है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा दो वर्ष प्रताड़ि फौजी पिता, सप्ताह भर पूर्व बेटा-बहू ने मारपीट कर घर से निकाला….
बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को अपनी पीड़ा बताकर लौटे सेवानिवृत्त फौजी भारत सिंह ने बताया कि वह पत्नी के साथ विगत एक सप्ताह से हमीर सिंह और उसकी पत्नी सीमा के डर से घर से बाहर भटकर रहे हैं। विडंबना है कि जिसे बेटे को लाड़-प्यार से पाल पोस कर बड़ा किया, उसे अब पिता की संपत्ति चाहिए माता-पिता नहीं। कलयुगी बेटा-बहू विगत दो वर्ष से मारपीट करते रहे हैं, ताकि उन्हें मनमानी का अवसर मिलता रहे। सेवानिवृत फौजी भारत सिंह जिंदगी भर की पूंजी से बनाए अपने मकान में रहना चाहते हैं। बेटे ने असामाजिक तत्वों की संगत में पड़कर भारत सिंह व उनकी पत्नी को घर से बेदखल कर दिया है।
लाड-प्यार से पाला-पोसा, विवाह कराया, अब बेटा-बहू बने जान के दुश्मन
भारत सिंह ने बताया कि वह फौज में रहे इस दौरान बेटे के पालन-पोषण में कोई कसर नहीं छोड़ी। बेटे की नौकरी लगवाने के प्रयास में भी बहुत खर्च किया। बेटा हमीर सिंह का 2010 में विवाह हुआ। इसके बाद से ही हमीर औ उसकी पत्नी सीमा माता-पात को परेशान कर रहे हैं। नशे के लिए पैसा नहीं देने पर उनकी बेरहमी से मारपीट की करते हैं। रिटायर्ड फौजी ने पुलिस को नशे के संदिग्ध कारोबारियों की एक स्कूटी का नंबर भी दिया है। उन्होंने आसंका जताई है कि इस स्कूटी से ही स्मैक की आपूर्ति की
क्या कहता है नया माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण और कल्याण’ कानून
- बच्चों के लिए बूढ़े माता-पिता की सेवा करना जरूरी होगा।
- ऐसा न करने पर बच्चों को जेल हो सकती है।
- माता-पिता का अपमान करना भी बच्चों को भारी पड़ेगा।
- क्योंकि ऐसा करने पर उन पर `5,000 का जुर्माना लगेगा।
- मां-बाप का अपमान करने पर 3 महीने की जेल भी हो सकती है।
- जेल होने पर जमानत पर बाहर आना भी संभव नहीं होगा।
- कानून में माता-पिता की संपत्ति के लिए प्रावधान किए गए हैं।
- जिसके मुताबिक बच्चों को संपत्ति तब मिलेगी जब माता पिता उनके साथ रहें।
- संपत्ति अपने नाम होने के बाद माता-पिता को घर से निकाला तो करार रद्द हो जाएगा।