ग्वालियर, 01 मार्च। पुलिस की अपराध शाखा ने शहर में एक ऐसे गिरोह का भण्डापोड़ किया है जो मिथ्या वैवाहिक वेबसाइट के माध्यम से विवाहोत्सुक पुरुषों को ठगने का काम कर रहा था। गिरोह अब देश के 11 राज्यों के सैकड़ों पुरुषों का शिकार कर चुका है, इनमें कई पुलिसकर्मी भी सम्मिलित हैं। विगत दो वर्ष में गिरोह ने सैकड़ों शिकारों से लाखों रुपए हड़पे हैं।
पुलिस ने गिरफ्त में आए छह आरोपियों के कब्जे से बड़ी संख्या में मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर सिमकार्ड जब्त किए हैं। आरोपियों के विरुद्ध धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को आगे की विवेचना में कुछ और अपराध सामने आने की आशंका है। वैवाहिक वेबसाइट्स से ठगी, 11 प्रदेशों के सैकड़ों शिकार, शहर में तीन कॉलसेंटर से मधुर आवाज में ग्राहक फंसाती थीं किशोर टेलीकॉलर….
पुलिस ने अंजलि बैस, नीलू गर्ग, अंजना डोंगरे, अतुल पाल, कोमल पखारिया और जयदीप कुमार को गिरफ्तार किया है। शहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने जानकारी देते हुए बता कि पकड़े गए आरोपी शहर की आदर्श कॉलोनी में rishtey.com के नाम से फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे। पुलिस के छापे में आदर्श कॉलोनी में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पीछे वाली गली में एक मकान की चौथी मंजिल कॉल सेंटर संचालन पाया गया। पुलिस को मौके पर दो युवतियां ग्राहकों से बात करती हुई मिलीं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर बिरलानगर और बलवंत नगर में रहने वाली दो महिलाओं द्वारा इसे संचालित किया जा रहा है।
फंड ट्रांसफर होते ही कर दी जाती थी सिम ब्लाॉक
कॉल सेंटर ऑपरेट कर रही युवतियों ने पुलिस को बताया कि ग्राहकों से बात करने के लिए सेलफोन और सिम कार्ड संचालिका उपलब्ध कराती है। ग्राहकों से पैसे ट्रांसफर कराने के बाद संचालिकाएं सिम ब्लॉक कर देती थी। कॉल सेंटर ऑपरेटर्स से एक और वैवाहिक ठग वेबसाइट का पता चला। दूसरी वेबसाइट विवाह बंधन नाम से मुरार की कालपी ब्रिज कॉलोनी के भारती निवास में संचालित की जा रही थी। पुलिस ने वहां भी छापा मारा सेलफोन पर ग्राहकों से बात करती चार युवतियों को पकड़ा। यहां से मिली सूचना पर गांधी रोड़ पर सत्यदेव नगर में पुलिस ने तीसरे ऑनलाइन मैचिंग सेंटर के कॉल सेंटर को भी पकड़ा।
नाबालिग किशोरियों को बनाते थे कॉल सेंटर ऑपरेटर, बाहरी प्रदेशों में ही फंसाए शिकार
आरोपी संचालकों ने ठगी के लिए वेब साइट्स बनवाई थीं। यहां विवाहोत्सुक पुरुष जैसे ही अपने मोबाइल नंबर से लॉगइन करते थे, संचालक उन नंबरों को टेलीकॉलर्स को दे देते थे। शहर में संचालित सभी ठग वैवाहिक केंद्रों पर टेलीकॉलर मधुर स्वर वाली नाबालिग किशोरियों को बनाते थे। लच्छेदार भाषा में सिद्ध ये किशोरियां आसानी से ग्राहकों के फंसा लेती थीं। फंसे हुए ग्राहक से आपस में बदल कर किशोरियों को प्रस्तावित वधू के रूप में प्रस्तुत कर बात कराई जाती थी। इसके बाद ग्राहकों से कभी पंजीयन तो कभी भावी दुल्हन की आर्थिक सहायता के नाम पर दो से 10 हजार रुपए तक जमा कराए जाते थे। इन्हें जो नंबर दिए जाते थे वह अधिकांशतः उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उड़ीसा, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और झारखंड के बताए गए हैं। इन ठग वैवाहिक केंद्रों ने सैकड़ों ग्राहकों से 35 लाख रुपए से भी अधिक की ठगी की है। विवेचना अंतिम अवस्था में पहुंचने पर ठगीं करोड़ों में भी पहुंच सकती है। शातिर संचालिकाएं मात्र बाहरी प्रदेशों में ही शिकार फंसाती थीं, ताकि कोई पूछ-परख न पहुंच सके।
शहर में पकड़े गए हैं ये वेबसाइट व कॉलसेंटर
- Rishtey.com-आदर्श नगर, संचालिकाएं-निवासी बलवंत नगर
- विवाह बंधन-भारती निवास, कालपी नगर मुरार
- ऑनलाइन मैचिंग सेन्टर- श्रीजी अपार्टमेन्ट, सत्यदेव नगर, गांधी रोड़
पकड़े गए आरोपी
अंजलि बैस, नीलू गर्ग, अंजना डोंगरे, अतुल पाल, कोमल पखारिया और जयदीप कुमार