ग्वालियर, 23 फरवरी। पांच वर्ष पूर्व 18 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी करने वाले फरार मैनेजर को अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। पांच हजार रुपए के इनामी केनरा बैंक के तत्कालीन मैनेजर को पकड़ने स्थानीय पुलिस का दल खंडवा गया था। विगत माह उसे पकड़े के लिए पुलिस पांच बार जबकि विगत दो वर्ष में आधा सैकड़ा ठिकानों पर दबिश दे चुकी है। मंगलवार रात आरोपी के खंडवा में होने का पता चलते ही पुलिस ने एक बार फिर घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

ग्वालियर के बहुचर्चित ऋण घोटाले में पांच वर्षों से फ़रार केनरा बैंक के तत्कालीन मैनेजर सचिन सोनी अंततः पुलिस की गिरफ्त में आ गया। उसके विरुद्ध आधा दर्जन धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। इनमें से पांच मामले तो अकेले विश्वविद्यालय थाने में, जबकि एक अपराध शाखा में दर्ज है। ज्ञातव्य है कि ग्वालियर कार्यकाल में सचिन सोनी ने 2016-17 में कूटरचित दस्तावेजों से बैंक से लगभग 18 करोड़ का ऋण लिया था। ऋण राशि को सचिन अपने ही परिजन व रिश्तेदारों के खातों में स्थानांतरित कराया। बैंक की ऑडिट के घोटाला सामने आ गया था। इसके बाद मैनेजर सचिन सोनी एवं असिस्टेंट मैनेजर की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उनके विरुद्ध वरिष्ठ बैंक प्रबंधन द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में कुल आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था। असिस्टेंट मैनेजर पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है।

लंबी घेराबंदी के बाद हाथ आया आरोपी मैनेजर
महाराष्ट्र के पुणे से आरोपी का पीछा करते हुए पुलिस खण्डवा पहुंच गई। पुलिस ने पुष्टि के लिए आरोपी के घर की निगरानी कराई, दो दिन की घेराबंदी के बाद आरोपी क घर पर ही होना सुनिश्चित हुआ तो मंगलवार आधी रात को दबिश देकर उसे हिरासत में ले लिया और तत्काल पुलिस दल उसे लेकर ग्वालियर रवाना हो गया।

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