ग्वालियर, 23 फरवरी। ग्वालियर की अपराध शाखा और मुरैना पुलिस का संयुक्त दल अगर डकैतों से एनकाउंटर का अभ्यस्त न होता तो पलवल में गुंडों की गोली का शिकार हो जाता अथवा पकड़े गए 25 हजार के इनामी ATM सेंधमार को छोड़ पीठ दिखा कर भागना पड़ता। बदमाश को पकड़ ले आने में सफल होने का बाद स्थानीय पुलिस का प्रतिरोधात्मक रवैया से उनकी कार्यशैली की संदिग्धता का प्रश्न भी उठ रहा है। पुलिस अब पकड़े गए बदमाश से पुछताछ कर रही है। प्रारंभिक पूछताछ में ATM सेंधमारी गिरोह के देशव्यापी नेटवर्क का भी खुलासा हुआ है। पकड़े गए बदमाश ने अब तक ग्वालियर-चंबल अंचल समेत देश भर के दर्जनों ATM बूथ में सेंधमारी स्वीकार की है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही गिरोह के और भी सदस्यों के ठिकाने मिल जाएंगे। बदमाशों के गांव में गोलीबारी कर पकड़ लाए ATM सेंधमार….
ग्वालियर में तीन दिन पूर्व एक ही रात में तीन ATM मशीन काट कर 45 लाख रुपए से भी अधिक रकम उड़ाए जाने के बाद से पुलिस CCTV फुटेज से मिले एक हुलिए को टोटल रही थी तभी उन्हें मुरैना से ATM सेंधमारी के एक फुटेज में उसी हुलिया का स्पष्ट फुटेज मिल गया। ग्वालियर वाले फुटेज में बदमाश मास्क लगाए था, किंतु मुरैना में चेहरा खुला था। इस आधार पर पुलिस ने खोज की तो पता चला कि बदमाश का नाम खुर्शीद है, वह हरियाणा के पलवल का रहने वाला है और उस पर 25 हजार का इनाम है। इसके बाद अपराध शाखा ने खुर्शीद का ठिकाना तलाशा औऱ मुरैना पुलिस से मिलकर संयुक्त अभियान की योजना बनाई। अपराध शाखा के उप पुलिस उप अधीक्षक विजय सिंह भदौरिया के नेतृत्व में दल खुर्शीद को पकड़ने उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती हथीनी पुलिस थानांतर्गत अंदरौला गांव पहुंचे। पुलिस ने खुर्शीद के ठिकाने पर पहुंच उसे घेरा तो गांव भर के पुरुष एकत्रित हो कर पुलिस दल पर टूट पड़े।
डकैतों से एनकाउंटर का अभ्यास न होता तो नहीं बच पाती स्थानीय पुलिस
खुर्शीद पर 25 हजार रुपए का इनाम था, इसके बावजूद वह हथीनी थाने से सटे गांव में बेधड़क रह रहा था। पुलिस उप अधीक्षक विजय सिंह भदौरिया के नेतृत्व में अभियान दल ने अंदरौला गांव में खुर्शीद को पकड़ लिया तो 200 से भी अधिक ग्रामीणों ने पुलिस दल को घेर कर आक्रमण कर दिया। ग्रामीण लाठी-डण्डे, पत्थर और गोलियां बरसा रहे थे। पुलिस दल स्थिति को समझ गया और काउंटर-फाइरिंग कर ग्रामीणों को खदेड़ दिया। इसके बाद तत्काल खुर्शीद को लेकर हथीनी पुलिस थाने आ गए।
स्थानीय पुलिस का रवैया भी संदिग्ध, वरिष्ठ अधिकारियों को करना पड़ा हस्तक्षेप
साहस के साथ बदमाशों के गांव से इनामी को पकड़ कर लाए ग्वालिय-चंबल पुलिस दल को हरियाणा पुलिस ने रोक लिया। उनका कहना था कि बदमाश को उनके सुपुर्द कर ग्वालियर-चंबल की पुलिस चली जाए। ग्वालियर-चंबल के वरिष्ठ अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया, तब हरियाणा पुलिस ने खुर्शीद को ले जाने दिया। पुलिस सूत्रों के खुर्शीद व उसके साथियों ने मुरैना में ATM सेंधमारी में उपयोग की गई स्विफ्ट डिजायर कार भी खोज ली थी। गांव में घुस कर कार बरामद कर रहे दल को यहां महिलाओं ने घेर लिया। हमलावर महिलाएं थीं औऱ पुलिस दल में कोई महिला नहीं थी इसलिए पुलिस को कार छोड़ कर भागना पड़ा।
ग्वालियर-चंबल के साथ नोयडा असम तक कर चुका है वारदात
इनामी बदमाश खुर्शीद ने ग्वालियर में हाल ही में की गई वारदातों को अंजाम देने वालों के नाम और ठिकाने भी पुलिस के बता दिए हैं। खुर्शीद अकेला ही ATM सेंधमारी नहीं करता है, गिरोह के साथी अलग-अलग वारदातें करते हैं। खुर्शीद पर नोएडा में ATM सेंधमारी कर 22 लाख रुपए उड़ाए थे, इसलिए उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। अलवर पुलिस को भी 2019 के एक प्रकरण में भी उसकी तलाश थी। ग्वालियर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि पकड़े गए बदमाश ने ग्वालियर की घटना में शामिल लोगों के नाम व ठिकाने भी बताए हैं, इनमें से कुछ स्थानीय भी है, पुलिस खुर्शीद की सूचनाओं को सुनिश्चत कर रही है।