ग्वालियर, 22 फरवरी। विश्व को शांति और अहिंसा का पाठ पढ़ाने के मकसद से ग्वालियर में आयोजित हो रहे पंचकल्याणक महोत्सव में शिरकत करने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे। यहां फूलबाग मैदान में उन्होंने जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज सहित मुनि श्री विजयेश सागर महाराज विनिबोध सागर महाराज का आशीर्वाद लिया। संत विहर्ष सागर महाराज ने कहा–जिस तरह से वे आम लोगों की सेवा कर रहे हैं एवं समूचे देश प्रदेश के विकास के लिए चिंतित रहते हैं। उससे उन्हें उम्मीद है कि वे यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया आने वाले समय में प्रदेश की कमान संभालेंगे।
पंचकल्याणक महोत्सव में उपदेश दे रहे मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने ग्वालियर के सिंधिया राजपरिवार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सिंधिया परिवार ने हमेशा ही सर्वधर्म के प्रति अपनी आस्था जताई है। जैन संत ने कहा कि इस राजपरिवार ने जनसेवा को अपनाया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री सिंधिया की प्रशंसा करते हुए कहा कि सिंधिया आम लोगों की सेवा कर रहे हैं एवं समूचे देश-प्रदेश के विकास के लिए चिंतित रहते हैं। जैन संत ने सिंधिया को आशीर्वाद देते हुए कहा कि हुए कहा–हमें उम्मीद है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आने वाले समय में प्रदेश की कमान संभालेंगे, अर्थात मुख्यमंत्री बनेंगे।
सिंधिया से जैन संत की अपील गोपाचल को विश्वपटल पर आगे बढ़ाएं
जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि ग्वालियर किले में स्थित गोपाचल पर्वत अपने आप में अनूठा है। जहां भगवान पार्श्वनाथ की 45 फुट ऊंची अनोखी प्रतिमा है जो ग्वालियर और देश में ही नहीं बल्कि विश्व में प्रसिद्ध है। यहां दूरदराज से सैलानी एवं श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने सिंधिया से अपील की कि वे गोपाचल पर्वत को विश्व पटल पर रखने में और ज्यादा कोशिश करें।
सिंधिया ने कहा-जैन परिवार में जन्मा तो नहीं, किंतु मानता हूं जैन परिवार का सदस्य
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि वे भले ही जैन परिवार में नहीं जन्मे हैं लेकिन वह अपने आप को जैन परिवार का सदस्य ही मानते हैं। जैन समाज ने विश्व को शांति और अहिंसा का मार्ग बताया है जिस पर मौजूदा दौर में अनुसरण करने की पूरे विश्व को जरूरत है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर जैव विविधता मंत्री भारत सिंह कुशवाह एवं अन्य कार्यकर्ता और जैन समाज के पदाधिकारी मौजूद थे।