मुंबई, 01 फरवरी। एयरटेल और गूगल ने लंबे समय के लिए एक समझौता किया है। इसे भारत के डिजिटल इकोसिस्टम के भविष्य के लिए क्रांतिकारी माना जा रहा है। समझौते में गूगल ने अपने ‘गूगल फॉर इंडिया डिजिटलाइजेशन फंड’ से एक बिलियन डॉलर तक का निवेश एयरटेल में करने का इरादा किया है। निवेश में इक्विटी के साथ-साथ संभावित व्यावसायिक समझौते के लिए फंड भी शामिल हैं। इस फंड का उपयोग गूगल औऱ एयरटेल अगामी पांच वर्षों में देश में डिजिटलाइजेशन के लिए आवश्यक क्षेत्रों की पहचान कर पारस्परिक-सहमति से करेंगे। इस निवेश में गूगल भारती एयरटेल में र्734 की प्रति शेयर की कीमत पर $700 मिलियन का इक्विटी निवेश करेगा। इसमें $300 मिलियन तक की राशि को व्यावसायिक समझौते को लागू करने के लिए किया जाएगा। इसमें एयरटेल की सर्विसेज को बढ़ावा देने में निवेश भी शामिल रहेगा। साथ ही, इसमें भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में पहुंच बढ़ाने और डिजिटल उपयोग को तेज करने के उद्देश्य से किए जाने वाले आविष्कारिक कार्यक्रम भी शामिल हैं। इसके साथ ही इस पंड से विभिन्न दूसरी सेवाओं और टूल्स को भी विकसित किया जाएगा। इस समझौते को दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे भारती ब्रांड रिलाइएंस जियो को कड़ी चुनौती माना जा रहा है। हालांकि इनकी प्रतिस्पर्धा से भारत में डिजिटल ईकोलॉजी के स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलेगा।

भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा–एयरटेल और गूगल अभिनव उत्पादों के माध्यम से भारत के डिजिटल लाभांश को बढ़ाने के लिए समान दृष्टिकोण साझा करते हैं। हमारे भविष्य के लिए तैयार नेटवर्क, डिजिटल प्लेटफॉर्म, डिलीवरी और डिजिटल पेमेंट सिस्टम के साथ, हम भारत के डिजिटल इकोसिस्टम को व्यापक रूप से बढ़ाने लिए गूगल के साथ मिलकर काम करने की आशा करते हैं।

समझौते से भारत में बनेगा सुदृढ़ क्लाउड ईको-सिस्टम

एयरटेल और गूगल, दोनों संगठन डिजिटल समाधान बनाने के लिए संयुक्त रूप से व्यापक क्षेत्रों में निवेश और सहयोग करने पर सहमत हुए हैं जो विशिष्ट रूप से भारत की आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा। साथ ही इस व्यावसायिक समझौते के तहत एयरटेल और गूगल साथ मिलकर गूगल-एयरटेल की बेहतरीन सर्विसेज और ऑफर्स के लिए काम करेंगे, जिसमें उपभोक्ताओं को अभिनव सामर्थ्य कार्यक्रमों के माध्यम से एंड्रॉयड-सक्षम टूल्स की एक श्रृंखला भी उपलब्ध कराई जाएगी। दोनों कंपनियां विभिन्न डिवाइस निर्माताओं के साथ साझेदारी कर प्राइस-पॉइंट्स सीरीज में  स्मार्टफोन उपभोक्ताओं की बाधाओं को कम करने के लिए और उपलब्ध अवसरों को पहचानने का काम जारी रखेंगी। दोनों कंपनियां इस डिजिटल परिवर्तन यात्रा में तेजी लाने के लिए भारत में क्लाउड इकोसिस्टम को आकार देने और विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित करेंगी। ज्ञातव्य है कि एयरटेल अपने उद्यम कनेक्टिविटी की पेशकश के साथ दस लाख से अधिक छोटे और मध्यम व्यवसायों को सेवा प्रदान करता है, और यह साझेदारी उन्हें डिजिटलाइजेशन अपनाने में तेजी लाने में मदद करेगी।

साझेदारी से होगा भारत का डिजिटल भविष्य उज्ज्वल  

साझेदारी के बड़े रणनीतिक लक्ष्यों के तहत, दोनों कंपनियां अत्याधुनिक कार्यान्वयन के साथ, 5G और अन्य मानकों के लिए भारत-विशिष्ट नेटवर्क डोमेन उपयोग के मामलों का संभावित रूप से समाधान करेंगी। एयरटेल पहले से ही गूगल के 5G-रेडी इवॉल्व्ड पैकेट कोर और सॉफ्टवेयर डिफाइंड नेटवर्क प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहा है, और अपने ग्राहकों को बेहतर नेटवर्क अनुभव प्रदान करने के लिए गूगल के नेटवर्क वर्चुअलाइजेशन समाधानों की उपलब्धता को बढ़ाने की योजना बना रहा है।

गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा–एयरटेल भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देने में अग्रणी है, और हमें कनेक्टिविटी के विस्तार और अधिक भारतीयों के लिए इंटरनेट तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए साझा दृष्टिकोण पर साझेदारी करने पर गर्व है। उन्होंने आगे कहा–एयरटेल में हमारा वाणिज्यिक और इक्विटी निवेश स्मार्टफोन तक पहुंच बढ़ाने, नए व्यापार मॉडल का समर्थन करने के लिए कनेक्टिविटी बढ़ाने और कंपनियों को उनके डिजिटल परिवर्तन में मदद करने के लिए हमारे गूगल डिजिटलीकरण फंड के प्रयासों की निरंतरता का विस्तार है।

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