नई दिल्ली, 22 जनवरी। देश में पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों को रैली और सभाओं की अनुमति देने के लए केंद्रीय चुनाव आयोग की बैठक शनिवार दोपहर आयोजित की गई। बैठक में सहमति बनी कि चुनावी रैलियों, जुलूस और रोड-शो पर रोक ​​​​जारी रखी जाए। आयोग के सूत्रों के अनुसार प्रतिबंध को एक हफ्ते के लिए और  बढ़ा दिया गया है। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव समेत राज्यों के अधिकारी भी शामिल हुए।

सूत्रों का मानना है कि आयोग ने प्रचार के दूसरे तरीकों में कुछ छूट दी है। आयोग ने भवनों के अंदर  बैठक के लिए 300 या हॉल की क्षमता आधी संख्या में उपस्थिति को स्वीकृति दी है। इसके लिए भी  जिला चुनाव आयोग से इस संबंध में पूर्व-स्वीकृत अनिवार्य होगी साथ ही Covid-19 प्रोटोकोल्स का पालन भी अनिवार्य होगा। नए आदेश तक राजनीतिक दलों को मात्र सोशल मीडिया कैम्पेन की अनुमति रहेगी। ज्ञातव्य है कि आठ जनवरी को पांच राज्यों में चुनाव तिथियों की घोषणा के बाद चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाई थी। जिसे बाद में 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया था। इसे अब एक बार फिर एक हफ्ते के लिए बढ़ाया दिया गया है।

गोवा को छोड़ अधिकांश राज्यों बढ़ रहा है कोरोना, मणिपुर में 266 प्रतिशत वृद्धि
विगत सात दिन में चुनावी राज्यों में कोरोना संक्रमण का रुझान मिश्रित रहा है। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में प्रतिदिन आए मरीजों की संख्या में 266 प्रतिशत की वृद्ध देखे गई है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, पंजाब औऱ उत्तरांचल में भी कोरोना संक्रमण में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है। यद्यपि गोवा में कोरोना संक्रमण में गिरावट देखी जा रही है।  

मणिपुर 15 जनवरी से अब तक 266 प्रतिशत बढ़े मरीज

मणिपुर में 15 जनवरी को 158 केस मिले थे, जो 21 जनवरी तक बढ़कर 578 हो गए, अर्थात इनमें 266 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यहां 15 जनवरी को 1,063 एक्टिव केस थे, जो 21 जनवरी तक बढ़कर 2,860 हो गए। एक्टिव केस में 169 प्रतिशत अर्थाक 1,797 की बढ़ोतरी देखी गई।

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण 2.64 प्रतिशत बढ़ा, बनी रहेगी सभा-रैलियों पर रोक

उत्तर प्रदेश में 15 जनवरी को 15,743 केस आए थे, जो 21 जनवरी तक 2.64 प्रतिशत बढ़कर 16,159 हो गए। सप्ष्ट है कि जब तक संक्रमण में गिरावट दर्ज नहीं होगी राजनीतिक दलों को रैली-सभाओं की छूट नहीं मिलेगी। उन्हें वर्चुअल रैली और सोशल मीडिया अभियानों पर ही निर्भर रहना पड़ेगा।

पंजाब में एक हफ्ते में एक्टिव केस में 28.3 प्रतिशत बढ़े

पंजाब में 15 जनवरी को 6,813 केस दर्ज किए गए थे जो 21 जनवरी को 7,696 हो गए, यानी इनमें 12.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इस तरह यहां  प्रतिबंध घटाने की जगह बढ़ाने की आवश्यकता है। पंजाब में एक्टिव केस भी बढ़े हैं। यहां 15 जनवरी को 37,546 सक्रिय केस थे जो 21 जनवरी को 28.3 प्रतिशत बढ़कर 48,183 हो गए। राज्य में एक हफ्ते में कोरोना से 150 लोगों की मौत भी हुई, जबकि 51 हजार नए मरीज मिले।

गोवा में संक्रणण 18.5प्रतिशत हुआ कम

वहीं गोवा में विगत सात दिनों में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या में कमी देखी गई है। गोवा में 15 जनवरी को 3,274 मरीज मिले थे, जो 21 जनवरी तक18.5 प्रतिशत घट कर 2,668 रह गए। हालांकि यहां एक्टिव मरीजों की संख्या 9.44 प्रतिशत बढ़ कर 20,078 से 21,974 हो गई।

उत्तराखंड में प्रतिदिन आ रहे मरीज 29 प्रतिशत बढ़े

उत्तराखंड में 15 जनवरी को 3,848 केस दर्ज किए गए थे जो 21 जनवरी को 29 प्रतिशत बढ़कर 4,964 हो गए। राज्य में 15 जनवरी को 14,892 एक्टिव केस थे जो 21 जनवरी को 81 प्रतिशत बढ़कर 26,950 हो गए।

ज्ञातव्य है कि चुनाव आयोग ने आठ जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में चुनाव तिथियों की घोषणा की थी। तब कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 15 जनवरी तक रैलियों पर रोक लगाई गई थी। इस रोक को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया था।

मतदान का प्रारंभ 10 फरवरी से

उत्तर प्रदेश में सात चरणों में 10 फरवरी से सात मार्च तक मतदान होगा। उत्तराखंड और गोवा में एक साथ 14 फरवरी को, पंजाब में 20 फरवरी को और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। सभी राज्यों का परिणाम 10 मार्च को आएगा।

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