
बाड़मेर, 28 दिसंबर। गैंगरेप के बाद किशोरी को बदनाम करने की धमकी देकर दबंगो की बिगड़ैल औलादों ने पीड़िता का मुंह भी बंद करा दिया। खुद की औऱ माता-पिता की बदनामी के डर से किशोरी के मन का आक्रोश घुट कर रह गया। घुटन और दबाव में उसने फांसी के फंदे को गले से लगा लिया। अंतिम संस्कार के दौरान उसके कपड़ों में सुसाइड नोट मिला तो माहौल ग़म-ओ-ग़ुस्से से भर गया। पुलिस को भी सुसाइड नोट के आधार पर पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज करना पड़ा। धोखा देकर किया गैंगरेप, परिवार को बदनाम करने की धमकी दे बंदा करा दिया मुंह….
राजस्थान के बाड़मेर में रविवार रात को 16 वर्षीय किशोरी ने फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी थी। पहले तो इसे अवसाद में आकर ख़ुदकुशी मान कर पुलिस ने मर्ग कायम किया था। किंतु पोस्टमॉर्टम के बाद सोमवार को जब किशोरी का अंतिम-संस्कार किया जा रहा था तो उसके कपड़ों से एक पृष्ठीय सुसाइड नोट मिला। यहां उसने आत्महत्या के कारणों का खुलासा किया है। उसने अपनी मौत के लिए गांव के दबंग परिवार के 24 वर्षीय महेंद्र सिंह और एक नाबालिग किशोर को जिम्मेदार बताया। किशोरी ने सुसाइड नोट में लिखा कि इन दोनों ने गैंगरेप किया और फिर उसे परिवार समेत बदनाम कर देने की धमकी देकर चुप रहने पर भी मजबूर कर दिया।
सुसाइड नोट में लिखा–धोखा कर गैंगरेप किया, मेरे सारे सपने अधूरे रह गए पुलिस सूत्रों के अनुसार एक पृष्ठीय सुसाइड नोट में लिखा है–मैं मरने जा रही हूं, मेरी सारी चीजें किसी को मत देना। मैं मरना नहीं चाहती हूं, लेकिन क्या करूं। मेरे पापा को लोग सुनाएंगे। मेरे सपने अभी अधूरे है। महेंद्र व उसके साथी ने मुझे धोखे से बाहर बुला कर बंधक बना लिया और गैंगरेप किया। मेरी बदनामी हो गई। मेरे मम्मी व पापा को कोई सुनाना मत। पापा मुझे माफ कर देना। मेरे कपड़े और सारी चीजें सही जगह पर रख देना, किसी को देना मत। मेरे सपने अधूरे रह गए। मैंने कुछ गलत नहीं किया है। किशोरी ने दोबारा लिखा–पापा-मम्मी मुझे माफ करना आपकी बेटी। मेरे मरने का कारण हैं महेंद्र व उसका साथी।