






ग्वालियर, 20 दिसंबर। ग्वालियर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्मांक-2 पर एक यात्री चलती ट्रेन में सवार होने के प्रयास में असंतुलित हुए और लड़खड़ा कर ट्रेन के द्वार व प्लेटफॉर्म के बीच के खाली स्थान में झूल गया। दिल्ली जाने के लिए ट्रेन पर सवार होने के प्रयास में उसके हाथ से ट्रेन के द्वार का दस्ता भी छूटने ही वाला था कि कर RPF की कॉन्स्टेबल देवी की तरह प्रकट हो गईय। उसने ट्रेन के दूर तक झूलते-घिसटते यात्री को अपनी ओर खींच कर ट्रेन के नीच प्रतीक्षा कर रहे काल के गाल में समाने से बचा लिया। देवी दुर्गा बन कर प्रकट हुई RPF की कॉन्स्टेबल, मौत के मुंह से खींच बचा लिया ओमप्रकाश को….
ग्वालियर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक-2 पर रविवार रात भोपाल से चलकर दिल्ली जाने वाली मालवा एक्सप्रेस पहुंची। ग्वालियर स्टेशन पर दो मिनट ट्रेन रुकी। ट्रेन में दिल्ली के लिए जाने वाले ओमप्रकाश सिंह पानी लेने के लिए उतरे, वह लौट पाते उससे पूर्व ही ट्रेन रवाना होने लगी। चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में ओमप्रकाश सिंह कोच के द्वार का हैंडल पकड़े प्लेटफार्म के बीच के खाली स्थान में झूलने लगे। कुछ दूर घिसटने के बाद ओमप्रकाश सिंह गिर पड़े।
RPF कॉन्स्टेबल पारुल न पहुंचतीं तो चली जाती यात्री की जान
ट्रेन कोच के द्वार के दस्ते को पकड़े घिसटते-झूलते ओमप्रकाश ट्रेन के नीचे प्रतीक्षारत काल के गाल में समाते, उससे पूर्व प्लेटफॉर्म पर मौजूद RPF कॉन्स्टेबल पारुल यादव ने ओमप्रकाश सिंह का हाथ पकड़कर खींच लिया। RPF थाना प्रभारी संजय कुमार के अनुसार दुर्घटना होते देख यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी। ओमप्रकाश सिंह के हाथ और पैरों की तव्चा थोड़ी सी छिल गई थी, कोई गहरी चेट नहीं आई। वह दोबारा ट्रेन में चढ़कर आगे के लिए रवाना हो गए।