ग्वालियर, 07 दिसंबर। मध्यप्रदेश के उज्जैन की रहने वाली लुटेरी दुल्हनों के फर्जी भाई को ग्वालियर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ग्वालियर का रहने वाला यह कथित भाई उज्जैन से पकड़ा गया है। पकड़ गया आरपी गिरोह का मास्टरमाइंड है। यह गिरोह धनाड्य कारोबारी परिवार के ऐसे उम्र दराज युवकों को निशाने पर लेता ता, जिनके विवाह में परेशानियां आ रही हों। गिरोह का मास्टरमाइंड सुंदर युवतियों को अनाथ बताकर व्यापारी परिवार से रिश्ते कराता है। इसके बाद खुद भाई बनकर विवाह आयोजित करता है। विवाह के 15-20 दिन बाद दुल्हनें नगदी औऱ आभूषण लेकर भाग जाती थीं। गिरोह की दो लुटेरी दुल्हनें पहले पकड़ी जा चुकी हैं, जबकि एक अभी भी फ़रार है।

ग्वालियर के बिलौआ में कपड़ा व्यापारी के दो छोटे भाइयों से विवाह करने के बाद 15 लाख रुपए की नगदी-जेवर समेट कर फरार हुईं ये दुल्हनें गैंग के साथ मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में अपने कारनामे दिखा चुके हैं। बिलौआ के नागेन्द्र जैन ने तीन दिसंबर 2020 को छोटे भाइयों दीपक जैन और सुमित जैन का विवाह उज्जैन की बहनें नंदनी मित्तल और रिंकी मित्तल से की थी। रिश्ता दोनों लड़कियों के कथित भाई संदीप मित्तल के सामने तय हुआ था। नागेंद्र के ही समुदाय के बाबूलाल जैन ने रिश्ता तय कराया था। बशादी के बाद नंदनी और रिंकी करीब 15-20 दिन ससुराल रहीं और मायके चली गईं। कई दिन बाद भी दुल्हनें ससुराल नहीं लौटीं, पूछे जाने पर हर जल्द आने का वादा करती रहीं। नागेंद्र जैन के परिवार को शक हुआ और कमरों की तलाशी ली तो पता चला कि दोनों बहनें लगभग आठ लाख रुपए के जेवरात और सात  लाख की नगदी समेट कर ले गई हैं। नागेंद्र जैन के अनुसार शादी के समय बताया गया था कि सगी बहनों के माता-पिता की मौत हो चुकी है। इसलिए विवाह कराने लिए भी आयोजन व्यय के तौर पर सात लाख रुपये लिए गए थे। पुलिस पड़ताल में पता चला कि एक दुल्हन पूर्व से ही एक बेटे की मां है। और उनका भाई बना गिरोह का सरगना संदीप मित्तल नहीं शर्मा है। उज्जैन में दोनों दुल्हनों के विरुद्ध विवाहोपरांत धोखाधड़ी की FIR भी पहले से ही दर्ज थी।

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